महापौर की नाराजगी पर सियासी बवाल, कांग्रेस ने किया पलटवार

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भोपाल।

मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यक्रम से महापौर आलोक शर्मा का यूं उठकर चले जाने का मामला अब गरमाता जा रहा है।जहां विपक्ष ने सरकार पर भरे मंच पर आलोक शर्मा का अपमान करने का आरोप लगाया और माफी मांगने की बात कही है।वही कांग्रेस का कहना है कि जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी तो उस समय भी बहुत सारे कांग्रेस के विधायक जब मंच पर आते थे, तो उन्हें भी बोलने नहीं दिया जाता था, हालांकि अभी जो हुआ है, वो बिलकुल साधारण सी बात थी और कार्यक्रम सरकारी था , बीजेपी को इसे बढ़ाना नही चाहिए।

          दरअसल, शुकवार को राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान में मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना का शुभारंभ किया गया था। जिसमें सीएम कमलनाथ सहित कई जनप्रतिनिधि पहुंचे थे। समारोह के दौरान भोपाल के महापौर आलोक शर्मा बीच कार्यक्रम में मंच से उतरकर चले गए। वे नाराज़ थे कि समारोह में उन्हें बोलने नहीं दिया गया। बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में महापौर आलोक शर्मा को आभार भाषण देना था, लेकिन उनकी जगह कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने आभार भाषण दिया, जिसके बाद महापौर आलोक शर्मा ने कांग्रेस द्वारा उनका अपमान किये जाने की बात करते हुये वे मंच छोड़कर चले गये थे।वही कार्यक्रम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस ने महापौर का अपमान किया है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

अब इस पर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस तरह बीच कार्यक्रम से उठकर चले जाने से उनका व्यवहार समझ नहीं आया। जबकी कार्यक्रम में महापौर से इस बारे में पूछा भी गया था कि क्या विधायक जी से आभार करा दें, क्योंकि वे अभी बस 1 महीने पहले ही चुनाव जीतकर आए हैं। इस पर महापौर ने पहले तो हामी भर दी, लेकिन बाद में पता नहीं किस बात से नाराज होकर वे मंच से चले गए। जयवर्धन ने कहा कि जब प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी तो उस समय भी बहुत सारे कांग्रेस के विधायक जब मंच पर आते थे, तो उन्हें भी बोलने नहीं दिया जाता था। यह साधारण सी बात है और इसे जबरन हवा देना गलत है।बीजेपी को इस पर राजनीति नही करनी चाहिए।

जाने किसने क्या कहां

शहर का प्रथम नागरिक होने के बावजूद न तो मुझे मुख्यमंत्री का स्वागत करने दिया गया, न ही आभार जताने का अवसर मिला।  कार्यक्रम का पूरा इंतजाम और खर्च नगर निगम ने किया। इसके बावजूद निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीतसिंह चौहान का कहीं जिक्र तक नहीं किया गया।  मुख्यमंत्री कमलनाथ मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोल रहे थे और वे यह नहीं सुन सकते थे। इसलिए भी नहीं रुके। 

आलोक शर्मा, महापौर, भोपाल

कार्यक्रम में बुलाकर अच्छा सम्मान दिया। आइंदा इस तरह के कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित मत कीजिएगा।

बी. विजय दत्ता, निगमायुक्त, भोपाल

मुख्यमंत्री कमलनाथ के युवा सम्मान कार्यक्रम में मेयर आलोक शर्मा को आभार भाषण नहीं देना जनप्रतिनिधि के अधिकारों का हनन और अपमान है। कांग्रेस को इस कृत्य के लिए क्षमा मांगनी चाहिए। सत्ता आज है, कल नहीं होगी, इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि इतना अहंकार ठीक नहीं है।

शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री

यह एक सरकारी कार्यक्रम था और इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री कमलनाथ थे। ऐसे में आभार भाषण देने की जिम्मेदारी उस क्षेत्र के विधायक की होती है। कार्यक्रम में महापौर आलोक शर्मा का किसी भी प्रकार से कोई अपमान नहीं किया गया है, वे बेवजह इस मामले पर राजनीति कर रहे हैं। आलोक शर्मा को समझना चाहिए कि जब सरकारी कार्यक्रम है और मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि है, तो ऐसे कार्यक्रम में मंत्री या विधायक ही आभार प्रकट करते हैं।

जेपी धनोपिया, प्रवक्ता, मप्र कांग्रेस कमेटी


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