भोपाल। राजधानी के ईटखेड़ी में चल रहे 72 वें इज्तिमा में आए जमातियों की सुरक्षा व्यवस्था में चार हजार जवानों की तैनाती की गई है। जिला पुलिस बल, एसएएफ, एसटीएफ, क्यूआरएफ, आरएएफ, फ ॉरेस्ट व होमगार्ड के जवान शामिल हैं। इन जवानों के खान-पान से सोने,उठने और बैठने तक के विशेष इंतजाम भोपाल पुलिस के अधिकारियों ने किए हैं। इज्तिमा ड्यिूटी में तैनात पुलिसजवानों को खाने में तीन प्रकार की सब्जी,वैज पुलाव और सात पुड़ी व अचार दिया जा रहा है। हर समय अलग-अलग प्रकार के खाने की थालियां इन जवानों तक पहुंचाई जा रही हैं। जवानों को दिए जाने वाले खान पान की सीधी मानिट्रिंग डीआईजी इरशाद वली कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार इज्तिमा की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। राजधानी में बड़ते डेंगू के प्रकोप को देखते हुए पुलिसकर्मियों को ओडोमॉस लिकविड बांटा जा रहा है। इसी के साथ हर एक पुलिसजवान के आराम का भी पूरा इंतजाम किया गया है। हर एक जवान को बहतरीन गद्दा,नर्म तकिया,राजाई व चादर दी गई है। सर्दी से बचने मोटे टेंट लगाए गए हैं। जवानों की शि टो में ड्यूटी लगाई जा रही है। जिससे उन्हें आराम का पूरा समय मिल सके। ईटखेड़ी इज्तिमा गाह और आस पास जिन जवानों की तैनाती है। उनके लिए अस्थाई किचन का निर्माण कर इज्तिमा गाह में खाना पकवाकर ताजा खाना बंटवाया जा रहा है। शहर के आउटरों में जिन जवानों की तैनाती है, उन्हें बापू की कुटिया पर बने बहतरीन खाने की थालियां दी जा रही हैं। खाना बांटने के लिए सात टीमें लगी हैं। जो खाने को चेक करने के बाद समय पर खाना बांटने का मु य रूप से याल रख रही हैं। नगर निगम की ओर से इन जवानों के शौच और लघुशंका के लिए सैकड़ो टेंपरेरी शौचालय की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा में तैनात जवानों की तमाम सुख सुविाधाओं और देख रेख का जि मा आरआई विजय दुबे को दिया गया है। इसी के साथ डीआईजी इरशाद वली,कलेक्टर तरूण पिथौड़े नगर निगम कमिशनर विजय दत्ता समय-समय पर इज्तिमा स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं ने नजरें बनाए हुए हैं।
– इनका कहना है
सुरक्षा में तैनात जवानों को खाना बांटने का काम सात टीमें कर रही हैं। आउटरों में जिनकी ड्यूटी है, उन्हें बापू की कुठिया पर बने खाने की थालियां दी जा रही है। इज्तिमागाह के आस पास तैनात जवानों को वहीं पकवाया जा रहा ताजा खाना दिया जा रहा है। मच्छरों से बचने जवानों को ऑडोमॉस का लिकविड बांटा गया है। सोने बैठने और शौचालय जाने के लिए भी विशेष इंतजाम जवानों के लिए की हैं।
विजय दुबे, आरआई भोपाल