भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (Indore) के बाद राजनीति (MP Politics) का केन्द्र मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) पर कोरोना का साया तेजी से मंडरा रहा है। आए दिन यहां 500-600 के बीच नए केस सामने आ रहे है वही अबतक 50 हजार से ज्यादा संक्रमित और 4000 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे की बात करे तो 528 नए केस के बाद MP में 21 हजार के पार कोरोना पॉजिटिव हो गए है। इसके बाद भोपाल कलेक्टर (Bhopal Collector) और भोपाल संभागायुक्त (Bhopal Divisional Commissioner) ने सख्ती बढ़ा दी है।
भोपाल में कोविड वैक्सीनेशन (Coronavirus Vaccination) की गति को बढ़ाने के लिये निजी नर्सिंग कॉलेज (Bhopal Private College) के स्टाफ वालिंटियर के रूप में कार्य करेंगे। इसके लिए भोपाल संभागायुक्त ने जिले के सभी निजी नर्सिंग कॉलेज के प्रतिनिधियों की बैठक में निर्देश दिए कि स्टॉफ की सूची उपलब्ध करायें। सभी कॉलेजों का नर्सिंग स्टाफ और मेडिकल के छात्र-छात्रायें (Medical College Student) इस के लिए वालिंटियर बनकर वैक्सीनेशन केम्पों में लिए उपलब्ध रहेंगे। सभी कालेज प्रबंधन ने इस कार्य के लिए अपनी सहमति दी है और लगभग 400 नर्सिंग ट्रेंड छात्र-छात्रायें वैक्सीनेशन कार्य में सहयोग करेंगे।
भोपाल कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अविनाश लवानिया (Bhopal Collector Avinash Lavania) ने धारा 144 के अंतर्गत संशोधित आदेश जारी कर 45 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों को रविवार लॉकडाउन (Sunday Lockdown) के दौरान वैक्सीनेशन कराने के लिए आवागमन में छूट प्रदान की है। इसके साथ ही टीका लगवाने वाली टीम को भी लॉकडाउन में आने- जाने के लिए छूट रहेगी। आवागमन के समय ID Card और Aadhar Card साथ रखना होगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे अधिक संख्या में केन्द्रों तक पहुंचकर वैक्सीनेशन करवाएं।
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अविनाश लवानिया द्वारा भोपाल में कोरोना संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के निवास स्थल के आसपास क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है। कंटेनमेंट एरिया के अंतर्गत पूर्ण रूप से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। कंटेनमेंट एरिया के समस्त निवासियों का होम क्वारेंटाइन में रहना अनिवार्य होगा। कन्टेंमेंट एरिया को पेरीमीटर कन्ट्रोल किया जाएगा जिसके अंतर्गत आवश्यक सुविधाओं के अतिरिक्त किसी भी प्रकार से लोगों का बाहर जाना प्रतिबंधित रहेगा।नगर निगम के जोनल अधिकारी द्वारा क्षेत्र का सेनेटाईजेशन किया जाना सुनिश्चित होगा। समस्त कार्यकर्ता पीपीई प्रोटोकोल का पालन करना सुनिश्चित करेंगे ।
इतना ही नहीं भोपाल कन्टेनमेंट एरिया के लिए सीएमएचओ द्वारा विशेष रेपिड रिस्पांस टीम, मेडिकल मोबाईल यूनिट का गठन किया जायेगा, जो प्राप्त दिशा निर्देश के आधार पर हो। उक्त क्षेत्र के एक्जिट पाईंट पर स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा सतत् स्क्रीनिंग की जायेगी। समस्त वार्ड वार फ्रंटलाईन कार्यकर्ता, एपीक सेन्टर से प्रति टीम आस-पास के घरों का भ्रमण कर जानकारी लेते हुये निर्धारित प्रोफार्मा में रिपोर्ट आईडीएसपी. नोडल आफिसर को अनिवार्यतः उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।