मोदी सरकार का बड़ा फैसला, MP का राज्य लोड डिस्पेच सेंटर अब राष्ट्र की “धरोहर”, होगा ये लाभ

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) ने मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के राज्य लोड डिस्पेच सेंटर (State Load Despatch Center) को राष्ट्र की “धरोहर” (Nation’s Heritage) माना है। इसकी सायबर सुरक्षा की जायेगी। इसका गजट नोटिफिकेशन भी किया जाएगा।

पूरे मध्यप्रदेश में विद्युत सप्लाई को नियंत्रित करने वाले मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के जबलपुर स्थित राज्य लोड डिस्पेच सेंटर में संचालित अत्याधुनिक इन्फारमेशन टेक्नॉलाजी के सिस्टमों को सुरक्षित करने के लिए केन्द्र सरकार ने इसे क्रिटिकल एवं प्रोटेक्टेट सिस्टम माना है। इसकी अब राष्ट्र धरोहर के रूप में सायबर सुरक्षा सुनिश्चित की जायेगी। राष्ट्रीय महत्वपूर्ण सूचना अधोसंरचना संरक्षण केन्द्र दिल्ली (NCIIPC) ने इसे मध्य प्रदेश के गजट में नोटिफिकेशन कराने के निर्देश भी जारी किए हैं।

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ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि इस सिस्टम के लागू और अनुमोदित होने के बाद अब मध्य प्रदेश की जनता को किसी साइबर अटैक के कारण विद्युत आपूर्ति में बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर द्वारा विकसित साइबर सुरक्षा प्रणाली को मान्यता देने के लिए केन्द्र सरकार की मुंबई स्थित राष्ट्रीय महत्वपूर्ण सूचना अधोसंरचना संरक्षण केन्द्र (NCIIPC) के साथ 15 बैठकें हुई। इसके बाद यह सफलता मिली है।

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केंद्रीय एजेंसी भी करेगी अब लोड डिस्पेच की साइबर सुरक्षा

मध्य प्रदेश पावर ट्रासंमिशन कंपनी के राज्य लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर के मुख्य अभियंता इंजीनियर केके प्रभाकर ने बताया कि पावर सेक्टर में भारत सरकार के नियमों में अब प्रदेश लोड डिस्पेच सेंटर की साइबर सुरक्षा के लिए केंद्र  सरकार द्वारा भी दिशा-निर्देश दिए जायेंगे। लोड डिस्पेच सेंटर अब राष्ट्र की धरोहर के रूप में अपना कार्य करेगा।

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साइबर अटैक से प्रभावित नहीं होगी विद्युत आपूर्ति

लोड डिस्पेच की चार प्रणालियाँ स्काडा, रिन्युवल इनर्जी मेनेजमेंट सिस्टम, यूनिफाइड रियल टाइम डायनामिक सिस्टम तथा वेब आधारित इनर्जी शेड्यूलिंग सिस्टम इस साइबर सुरक्षा प्रणाली से लैस रहेंगे।

हेकिंग मानी जायेगी आतंकी गतिविधि

केंद्र सरकार के अनुमोदन के बाद प्रदेश के बिजली तंत्र के लिए सुरक्षा की दोहरी प्रणाली रहेगी। हनी पॉट डिवाइस से इस प्रणाली को साइबर अटैक से और सुरक्षित किया जा रहा है। केंद्र सरकार के कानून के तहत अब लोड डिस्पेच सेंटर की प्रणाली में कोई इंटरनेट के जरिये छेड़छाड़ या हेकिंग जैसा कुछ प्रयास करता है तो इसे राष्ट्र की सुरक्षा पर हमला माना जायेगा। साथ ही उसके विरूद्ध इन्फारमेशन टेक्नोलॉजी एक्ट में कार्यवाही की जायेगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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