भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रही कवायद जल्द पूरी हो सकती है। प्रदेश भाजपा की कमान किसे मिलेगी इसको लेकर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। प्रदेश कार्यालय में आज महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, संगठन मंत्री सुहास भगत सहित प्रदेश भर के नेताओं के भाग लेने की संभावना है।
बैठक में प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव, जन सहयोग निधि और सीएए को लेकर किए जा रहे जनजागरण अभियान की समीक्षा होगी। वहीं इसी बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर मंथन भी होगा। जिसमें अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है। बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, प्रवक्ता, सांसद, विधायक, जिला अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष ओर संभागीय संगठन मंत्री शामिल होंगे।
जेपी नड्डा 20 जनवरी को बीजेपी के 11 वे राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाएंगे। बता दें कि कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना जाना लगभग तय है। फिलहाल बीजेपी के संगठन के चुनाव चल रहे हैं। बीजेपी के संविधान के मुताबिक 50 फीसदी से ज्यादा राज्य इकाइयों के चुनाव हो जाने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकता है। ऐसे में मध्य प्रदेश में भी प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान 20 जनवरी से पहले कर दिया जाएगा।
भाजपा एक बार फिर राकेश सिंह पर भरोसा जता सकती है। लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद से उनको लेकर संघ की भी सहमती होने की अटकलें हैं। वहीं, कई और भी दावेदार अपनी किस्मत आजमाने के लिए लाइन में लगे हैं।
आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार
प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए आधा दर्जन से अधिक दावेदार प्रयासरत हैं। इसमें सबसे बड़ा नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का भी है। इसके अलावा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा, सांसद वीडी शर्मा, भूपेंद्रसिंह, नरोाम मिश्रा, रामपालसिंह व लालसिंह आर्य आदि के हैं। हालांकि सबसे मजबूत आज भी मौजूदा दावेदारी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की ही मानी जा रही।
कौन बनेगा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
सूत्रों की मानें तो अगर राकेश सिंह के नाम पर दोबारा मुहर लगती है तो प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनका निर्वाचन होगा। इससे पहले उनको भाजपा संगठन ने मनोनीत किया था। राजनीति के जानकार मानते हैं कि भाजपा में इस तरह की परंपरा है कि वे एक बार अध्यक्ष को निर्वाचन का मौका देते हैं। जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन की तारीख घोषित हो जाएगी। केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया संपन्न की जाएगी।