भोपाल। विधानसभा चुनाव की हार की निराशा से लोकसभा चुनाव में उबर कर आयी बीजेपी अब नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है| सत्ता से बाहर बीजेपी के लिए यह चुनाव चुनौती पूर्ण है लिहाजा छोटे चुनाव को जिताने के लिए बड़े चेहरों को जिम्मेदारी देने पर बीजेपी विचार कर रही है|
दरअसल बीजेपी विधानसभा चुनाव की गलती न दोहराकर लोकसभा चुनाव की तर्ज पर काम करने जा रही है| विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जिले के नेताओ को विधानसभा का प्रभारी बनाया था| जिसका खामियाजा हार के रूप में भुगतना पड़ा जबकि लोकसभा में क्षेत्र के बाहर के बड़े नेताओ को चुनाव का प्रभारी बनाया नतीजा बीजेपी ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया| लिहाजा बीजेपी निकाय चुनाव पर अभी से फोकस कर रही है|
बीजेपी के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह की सफलता मिली है, ठीक वैसी ही सफलता नगरीय निकाय चुनाव में मिलेगी| इसलिए बीजेपी एक बार फिर लोकसभा की तर्ज पर नगर निगम और नगर पालिका चुनाव में बड़े नेताओ को प्रभारी बनाएगी| वैसे विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेपी के लिए प्रदेश में स्थानीय निकाय के चुनाव को लेकर स्थिति अनुकूल नहीं है| पिछली बार बीजेपी सभी 16 नगर निगम में थी पर सत्ता बदलने के साथ इस बार पुरानी परफॉर्मेंस को दोहराना चुनौती बीजेपी के सामने है| लिहाजा बड़े चुनावो में खेले जाने वाले दांवो को बीजेपी छोटे चुनावों में भी आजमा रही है यह दांव पूरी तरह से सही भी बैठे यह जरूरी नहीं|