वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कर्मफल दाता शनि सबसे धीमी गति से अपनी चाल बदलते हैं। एक राशि से निकलकर दूसरे राशि में प्रवेश (Shani Gochar) करने में 2 साल से अधिक का समय लगाते हैं। जिनकी कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत होती है, उस व्यक्ति को सुख-समृद्धि, सफलता और धन की प्राप्ति होती है। सेहत दुरुस्त रहती है। जीवन के समस्याओं से छुटकारा मिलता है। वहीं इस ग्रह की कमजोर स्थिति राजा को रंक बना सकती है जीवन में कई परेशानियां खड़ी कर सकती है।
28 फरवरी को शनि देव अस्त होने जा रहे हैं। 40 दिनों तक इसी अवस्था में रहेंगे और 9 अप्रैल 2025 को उदित होंगे। शनि की चाल का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। किसी को फायदा तो किसी को नुकसान होगा। कुछ ऐसी राशियाँ हैं, जिनके जीवन में शनि अस्त का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आइए किन लोगों के जीवन में मुश्किलें बढ़ेंगी?
कर्क राशि (Kark Rsahi)
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त परेशानियां बढ़ा सकता है। करियर और कारोबार में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। आर्थिक नुकसान की संभावनाएं हैं। कार्य क्षेत्र में षड्यंत्र का शिकार बन सकते हैं। वाद-विवाद से बचकर रहने की जरूरत है। धन खर्च बढ़ेगा। इनकम में कमी आ सकती है। करीबी रिश्तेदारों के साथ अनबन हो सकती है।
मकर राशि (Makar Rashi)
मकर राशि के जातकों के लिए भी शनि की यह चाल अनुकूल नहीं रहेगी। मानसिक तनाव बढ़ सकता है। आर्थिक तंगी हो सकती है। पैसों की बचत करने की जरूरत है। अपनी वाणी पर संयम रखें। विवाद करने से बचें। कार्यक्षेत्र में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
मेष राशि (Mesh Rashi)
मेष राशि के जातकों के लिए भी शनि का अस्त होना शुभ नहीं रहेगा। घर-परिवार में लड़ाई-झगड़ें बढ़ सकते हैं। निवेश के लिए यह समय अनुकूल नहीं होगा। आर्थिक नुकसान की संभावनाएं हैं। बिजनेस से जुड़े लोगों को भी हानि होनी। सफलता के राह में बाधायें उत्पन्न हो सकती हैं।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, मान्यताओं और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)