भोपाल| कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच भाजपा (BJP) ने उपचुनाव (By ELelection) को लेकर अपनी तैयारियां तेज कर दी है| वहीं कांग्रेस (COngress) छोड़ भाजपा में आये ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) भी सक्रिय हो गए हैं| इसी को लेकर शनिवार को बीजेपी के नेताओं की एक अहम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हुई। पहली बार बैठक में सिंधिया ने भाग लिया|
इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत शामिल हुए| सूत्रों के मुताबिक बैठक में राज्य की 24 सीटों के लिए महत्वपूर्ण उपचुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई| हालाँकि, बैठक की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई| बैठक उन 24 विधानसभा सीटों के विस्तारक भी शामिल हुए, जहां पर उपचुनाव होना है।
सभी सिंधिया समर्थकों को मिलेगी टिकट!
इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया की भी सभी 24 सीटों के विधानसभा विस्तारकों के साथ सीधी बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में तय किया गया कि होने वाले उपचुनाव में जो विधायक कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं, पार्टी उन्हें चुनावी मैदान में उतारेगी। उपचुनाव सितंबर के दूसरे सप्ताह से पहले होने चाहिए क्योंकि मार्च के दूसरे सप्ताह में 22 सीटें खाली हो गईं थी। दो अन्य सीटें पहले भी खाली हो गई थीं। बीजेपी को राज्य में स्थिर सरकार बनाने के लिए 24 में से कम से कम 10 सीटें जीतनी होंगी। वर्तमान में 230 सदस्यीय सदन में भाजपा के 107 सदस्य हैं।
भाजपा को अपनों से चुनौती, सिंधिया फ्रंट लाइन में
भाजपा को ग्वालियर-चंबल और मालवा क्षेत्रों में स्थानीय नेताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है| जब उपचुनाव के लिए आधिकारिक रूप से सिंधिया समर्थकों को टिकट की घोषणा होगी| उपचुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए पहले से ही प्रदेश अध्यक्ष और संगठन महासचिव 24 निर्वाचन क्षेत्रों में नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित कर रहे हैं। लेकिन शनिवार की बैठक पहली उच्च-स्तरीय रणनीति बैठक थी और अधिक महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह पहली बार था जब सिंधिया एक राज्य-स्तरीय संगठन बैठक में शामिल हुए थे।