भोपाल| मध्य प्रदेश के चित्रकूट में हुई अपहरण और फिर हत्या की घटना के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सियासत गरमा गई है| सत्ता परिवर्तन के बाद से ही कानून व्यवस्था कटघरे में है| पिछले दो माह में हत्या और अपहरण की सनसनीखेज घटना के बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है| वहीं सरकार का पलटवार में जवाब है कि 15 साल से भाजपा सरकार में गुंडाराज फलाफूला है, और आरोपी भी इनकी ही पार्टियों से जुड़े हुए हैं| वहीं चित्रकूट के मामले के बाद सिवनी में भी अपहरण की कोशिश का मामला सामने आया| जिस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सवाल किया है कि स्कूलों और सड़कों से सरेआम बच्चों का अपहरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ यदि हालात को सुधार नहीं सकते, तो कम से कम बच्चों के माता-पिता को यह तो बता दें कि बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं।
जिला मुख्यालय सिवनी में सोमवार सुबह स्कूल जा रही चार बच्चियों को एक बोलेरो में सवार बदमाशों ने चाकू की नोक पर अगवा करने का प्रयास किया। बदमाशों ने बच्चियों को कोई नशीला पदार्थ भी खिलाया, लेकिन बच्चियां किसी तरह भागने में कामयाब हो गईं। इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि भाजपा शासन के दौरान महिलाओं और बच्चियों के साथ कोई भी घटना घटने पर कांग्रेस पार्टी और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते थे कि वे अपनी भानजियों और बहनों पर जुल्म करा रहे हैं। अब कांग्रेस और उसकी सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ बताएं कि क्या वे बच्चों को स्कूल और सड़कों से उठवा रहे हैं ?
राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता संभालते ही प्रदेश में अपराध और अपराधियों का बोलबाला हो गया है। पहले इंदौर में एक बच्चे को अगवा किया गया। फिर चित्रकूट में दो जुड़वां भाइयों को स्कूल बस से उतारकर अगवा कर लिया गया और अब सिवनी की यह घटना बताती है कि मासूम बच्चे अपराधियों के निशाने पर हैं। लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ को हर दिन होने वाले तबादलों, अपनी पार्टी और सरकार की खींचतान तथा चुनाव के दौरान किए गए झूठे वादों पर अमल का नाटक करने से ही फुरसत नहीं है। राकेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके गृहमंत्री यदि बच्चों को सुरक्षा उपलब्ध नहीं करा सकते हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए,ताकि सबसे तेज कृषि विकास दर वाला यह प्रदेश अपराधों का प्रदेश बनने से बच जाए।