भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले बसपा की बड़ी बैठक 10 मार्च को होने जा रही है। जिसमें प्रत्याशी चयन पर भी चर्चा होने की संभावना है। इस बैठक में कांग्रेस एवं भाजपा की भी नजर रहेगी। क्योंकि बसपा ने दोनों दलों के असंतुष्ठ नेताओं को टिकट देने का ऐलान किया है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष डीपी चौधरी ने बताया कि बसपा अभी गांव-गांव में सत्ता प्राप्ति यात्रा निकाली जा रही है। यह यात्रा तीन मार्च को भोपाल शहर पहुंचेगी। इसके बाद 10 मार्च को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक भी आयोजित बुलाई गई है। यहां बता दें कि सपा-बसा से गठबंधन के बाद बसपा का फोकस एमपी की 26 सीटों पर है। पार्टी दो सीटों मुरैना और सतना पर अपने प्रत्याशियों की पहले ही घोषणा कर चुकी है। अब 24 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की जानी है, इसके लिए टिकट के दावेदारों को भोपाल बुलाया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम सभी दावेदारों से वन -टू वन चर्चा करेंगे। इसके बाद प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जाएगा।
इस खबर से बीजेपी और कांग्रैस में हलचल मच गई है, विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा ने कई सीटों पर दोनों का खेल बिगाड़ा था। इसमें ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होने की संभावना है क्योंकि सपा-बसपा ने गठबंधन से कांग्रेस को दूर रखा है। वहीं बसपा विधायक रामबाई को मंत्री न बनाए जाने से पहले से ही कमलनाथ सरकार से नाराज चल रही है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2019 में अब काफी कम समय बचा है। राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ लोगों के बीच में भी चुनाव की चर्चा तेज हो गई है। हर राजनैतिक पार्टी अपने जुगत में लगी हुई है और वोटरों को हर संभव प्रयास कर रिझा रही है। वही विधानसभा में दो सीटों पर सिमटी बसपा लोकसभा चुनाव में फिर दांव लगाने जा रही है। सपा से गठबंधन के बाद बसपा ने प्रदेश में अपनी पैर जमाना शुरु कर दिए है और सत्ता समाप्ति संकल्प यात्रा निकाल रह