भोपाल।
मंत्रियों के मीडिया से बैन और आचार संहिता लागू करने के बाद अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रियों-विधायकों के लिए नई रूल बुक लागू है। जिसमें मुख्यमंत्री से मंत्री- विधायकों की मुलाकात के लिए दिन तय किए गए है और हर हफ्ते दो घंटे खुद के लिए रिजर्व रखा है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकी मुलाकातों में ज्यादा समय बर्बाद ना हो और वादों पर ज्यादा फोकस किया जा सके।इसी के चलते मुख्यमंत्री सचिवालय समेत, एनेक्सी के कुछ प्रवेश द्वार भी बंद कर दिए गए हैं। अब देखना है कि कमलनाथ की ये रुल बुक कौन मंत्री-विधायक कितने दिनों तक फॉलो करते है।
दरअसल, दो महीने बाद ही लोकसभा चुनाव होना है। ऐसे में कमलनाथ सरकार के पास समय कम और काम ज्यादा है। कमलनाथ चुनाव के पहले ही ज्यादा से ज्यादा वचन पूरे करना चाहते हैं, इसलिए वे सीएम ऑफिस में सुबह 9 से रात 10 बजे तक बैठ रहे हैं। उन्होंने मेल-मुलाकात के समय को भी बचाने की पहल की है। नई रुल के अनुसार,मंत्री-विधायकों से मुलाकात के लिए हफ्ते में दो-दो दिन तय किए गए है।अगर इस बीच किसी मंत्री को आवश्यक काम आ जाता है तो मंत्री-विधायकों को इसके लिए सीएम से मंजूरी लेनी होगी। सोमवार-गुरुवार को मंत्री और मंगलवार-शुक्रवार को विधायक मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर सकेंगे।इनमें दोपहर 3 से 5 तक का समय सीएम कमलनाथ ने रिजर्व रखा है। हालांकि इमरजेंसी में ही इस टाइम टेबल के अलावा मिलने की छूट होगी। अलग से मिलने के लिए पहले मंत्री-विधायको को सीएम कमलनाथ से मंजूरी लेनी होगी।
मुख्यमंत्री सचिवालय समेत एनेक्सी के कुछ प्रवेश द्वार भी बंद
मुख्यमंत्री सचिवालय समेत, एनेक्सी के कुछ प्रवेश द्वार बंद कर दिए गए हैं। जिससे लोगों को सीएम सचिवालय एवं अन्य मंत्रियों तक पहुंचने में परेशानी हो रही है।बताया जा रहा है कि एनेक्सी-2 में पांचवी मंजिल पर स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय के एक प्रवेश द्वार को इसलिए बंद किया है, क्योंकि सचिवालय में लोगों की भीड़ काफी संख्या में पहुंच रही है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के पदभार संभालने के बाद से ही मंत्रालय में आम लोग एवं कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। शुरूआत में आम लोग एवं पार्टी कार्यकर्ता आसानी से सीएम सचिवालय तक पहुंच जाते थे, लेकिन अब सुरक्षा एवं अन्य कारणों से सख्ती बरती जा रही है। यही वजह है कि एनेक्सी-2 के चतुर्थ तल पर जीएडी मंत्री, मुख्य सचिव कार्यालय के एक प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया है। इसी तरह पांचवी मंजिल पर मुख्यमंत्री सचिवालय के लिफ्ट के पास के दरबाजे को बंद किया गया है। इसके पीछे की वजह सुरक्षा को बताया जा रहा है, लेकिन असल वजह आम लोग एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ हैं।
मंत्रियों के मीडिया से चर्चा पर बैन
इसके पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रियों के मीडिया से चर्चा को लेकर बैन लगा दिया था।एक विज्ञप्ति जारी कर कहा गया था कि अब कमलनाथ मंत्रिमंडल के केवल सात मंत्री ही मीडिया से बात कर सकेंगे या सरकार के निर्णय की जानकारी दे सकेंगे। इसके बावजूद मंत्री मीडिया से खुलकर बातचीत कर रहे है।मंत्रियों में इस आदेश को लेकर नाराजगी है और वे सरेआम इसका उल्लंघन भी कर रहे है।