भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नगरीय निकाय चुनाव के परिणामों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में शिवराज सरकार पर जमकर आरोप जड़े, उन्होंने कहा कि इस नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने करारी शिकस्त दी है, यदि बात करें वर्ष 1999 की तो हमारे पास नगर निगम की मात्र 2 सीट थी ,वर्ष 2004 में भी 2 सीटें थी , 2009 में 3 सीट थी और वर्ष 2014-15 में हम शून्य पर थे , यह सबको पता है। यदि पार्षदों की बात करें तो पिछली बार हमारे कितने पार्षद थे और इस बार हमारे कितने पार्षद जीते हैं, इसके आँकड़े भी सामने आ जाएँगे, इससे सच्चाई का पता चल जाएगा। हमने 11 सीटों में से 3 सीट जीती हैं।उज्जैन में अभी तक विवाद चल रहा है, सिंगरौली में आम आदमी पार्टी जीती है, भाजपा ने 7 सीटें जीती है।
कमलनाथ ने कहा कि आज भाजपा किस बात का जश्न मना रही है, जब उसकी इतनी करारी हार हुई तो फिर किस बात का जश्न वो मना रहे हैं, यह प्रश्न आज सभी के सामने है। हमने भाजपा से 3 सीट छिनी है , बुरहानपुर में हम 300-400 के करीब वोटों से हारे है, उज्जैन में अभी विवाद चल रहा है और वहां भी हार-जीत 400-500 वोट की ही होगी। इस चुनाव में हमारा मुकाबला सिर्फ भाजपा से ही नहीं था बल्कि भाजपा के पैसे ,पुलिस व प्रशासन से भी था। मैं तो प्रदेश की जनता को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने भाजपा के पैसे,पुलिस ,प्रशासन को नकार दिया। भाजपा ने खुलेआम पैसे, पुलिस, प्रशासन का नंगा नाच इन चुनावो में कराया। भाजपा जहां भी चुनाव जीती है वो पुलिस, पैसे और प्रशासन के दम पर ही जीती है। 15 माह बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव है।मुझे पूरा विश्वास है कि जिस प्रकार जनता ने पंचायत चुनाव में हमारा समर्थन किया है , नगरीय निकाय के चुनाव में हमारा समर्थन किया , वैसा ही समर्थन हमें विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा। भाजपा झूठे आंकड़े परोस रही है।वह जनमत को खरीदना चाहती है, ख़रीद-फ़रोख़्त से कुछ होने वाला नहीं है। वो जो दबाव-प्रभाव की राजनीति कर रही हैं , उससे कुछ होने वाला नहीं है।
कमलनाथ ने कहा कि मतदाताओं ने इन चुनावों में अपनी मंशा बता दी है , उनकी अंतरात्मा की आवाज़ उन्होंने बता दी है। कितने उदाहरण सामने है डराने-दबाने के , खरीदने के लेकिन विधानसभा चुनावो में सारी सच्चाई सामने आ जायेगी। मुझे इन परिणामों से बड़ी खुशी है, मैं तो प्रदेश के मतदाताओं का आभार मानता हूँ और कांग्रेस जनों को भी बधाई देता हूं कि उन्होंने भाजपा से ही नहीं अपितु भाजपा के पैसे, पुलिस, प्रशासन से भी मुकाबला किया। आम आदमी पार्टी 1 सीट जीती है सिंगरौली की लेकिन उनके पार्षद सिर्फ 3 ही जीते हैं। बुरहानपुर में हम ओवैसी की पार्टी के कारण हारे है। ओवैसी की पार्टी भाजपा की बी टीम बनकर काम करती है , यह सच्चाई सबके सामने है।इन चुनावों में इस बात का भी खुलासा हो गया कि ओवैसी की पार्टी आज किसके साथ खड़ी है और कहां खड़ी है, ग्वालियर क्षेत्र में हमारे पार्षद बड़ी संख्या में जीते है और हमारी महापौर प्रत्याशी भी अच्छे मतों से जीती हैं।हम 50 साल बाद यहाँ से जीते हैं , यह भी एक इतिहास बना है। छिंदवाड़ा में जनपद हम जीते है , ज़िला पंचायत के सदस्य हमारे ज्यादा जीते है , नगर निगम हम जीते हैं , पार्षद हमारे ज़्यादा जीते है। मैं तो छिंदवाड़ा की जनता को धन्यवाद देता हूं कि मैं वहाँ प्रचार के लिये मात्र डेढ़ दिन गया और मेरी अनुपस्थिति के बावजूद छिंदवाड़ा की जनता ने मुझे इतना प्यार और स्नेह दिया है। करीब 20 साल बाद हम छिंदवाड़ा जीते हैं। पूरे परिणाम आने दीजिये। परिणामों का तुलनात्मक अध्ययन करियेगा कि पहले कितने वार्ड भाजपा के पास थे और कांग्रेस के पास कितने थे और अब कितने है। इंदौर ,भोपाल में हार का हम अध्ययन करेंगे , हमने बेहतर प्रत्याशी देने का पूरा प्रयास किया था।परिणाम पूरे आने पर स्पष्ट होगा कि हमारे यहां पार्षद बढ रहे हैं। सत्ताधारी दल को हमेशा फायदा मिलता है।भाजपा ने डराने-दबाने का काम इन चुनावों में जमकर किया। अभी आप देखिए उज्जैन में भाजपा क्या कर रही है, हर चुनाव का अपना महत्व होता है।जनपद में ,जिला पंचायत में हम कितना जीते हैं ,उसके आंकड़े सामने हैं। मैं इन परिणामों से उत्साहित हूं।मैं तो प्रदेश की जनता का और कांग्रेस जनों का धन्यवाद देता हूं। उसके बाद कमलनाथ जी ने सभी का मुंह मीठा कराकर इस जीत पर सभी को बधाई दी।