भोपाल। चुनावी मौसम में राजनीतिक दल भगवान की शरण में पहुंच जाते हैं। धर्म की राजनीतिक करने के आरोप भाजपा पर लगते रहे हैं लेकिन अब कांग्रेस भी उसकी राह पर चल रही है। कांग्रेस द्वारा सॉफ्ट हिन्दुत्व का मुद्दा भी हाईजैक कर लिया गया है। अब निकाय चुनाव सामने हैं तो एक बार फिर कांग्रेस को भगवान राम की याद आई है। कमलनाथ सरकार एमपी में भी राम मंदिर बनाने जा रही है। यह मंदिर करीब एक करोड़ की लागत से बनेगा।खास बात ये है कि कमलनाथ सरकार ने ये फैसला तब लिया है जब अयोध्या में राम मंदिर बनाने की प्रक्रिया जारी है।हालांकि निर्माण का काम अभी तक शुरु नही हो पाया है।
दरअसल,अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने एमपी में राम मंदिर बनाने को लेकर एक कदम बढ़ा दिया है। बुधवार को उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने इंदौर के पास सनावदिया में राम मंदिर की आधार शिला रखी।एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस मंदिर में स्थानीय लोगों के अलावा सरकार का आध्यात्म विभाग सहयोग करेगा।सुत्रों की माने तो निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस यह मास्टरस्ट्रोक लगा वोट बैंक बढ़ाने की फिराक में है। कांग्रेस को लगता है कि यदि वो अपनी छवि बदलकर इस वोट बैंक को प्रभावित करने में सफल रही तो उसकी निकाय चुनाव में जीत पक्की होगी।
देखा जाए तो सत्ता में आने के बाद कमलनाथ सरकार बीजेपी के पदचिन्हों पर चल रही है।सरकार द्वारा एक के बाद एक सॉफ्ट हिन्दुत्व को लेकर फैसले लिए जा रहे है। इससे पहले सरकार ने नर्मदा परिक्रमा पथ निर्माण, राम गमन पथ निर्माण को लेकर घोषणा की थी। वही मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने हाल ही में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के विकास के लिए 300 करोड़ और ओंकारेश्वर के लिये 156 करोड़ रुपए की कार्ययोजना को मंजूरी दी है। इसके साथ ही प्रदेश में एक हजार गौशालाओं का निर्माण भी कराया जा रहा है और अब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की चर्चाओं के बीच एमपी में राम मंदिर बनाने की आधार शिला रखी है।
ये हिन्दू धर्म और देश के लिए गौरव की बात है कि इतना भव्य राममंदिर यहां बनाया जा रहा है। यहां से जो सकारात्मक संदेश निकलेगा वह पूरे देश में जाएगा।
जीतू पटवारी, उच्च शिक्षा मंत्री, मप्र