भोपाल।
एक तरफ बीजेपी का सदस्यता जोरों शोरों से चल रहा है, अभियान को लेकर भाजपा में लगातार बैठकें और समीक्षाएं की जा रही है, वहीं कांग्रेस में ऐसी कोई गतिविधि दिखाई नहीं दे रही है। कांग्रेस का सदस्यता अभियान ठंडे़ बस्ते में पड़ा हुआ है।इस अभियान में ना तो नेता रुचि ले रही है और ना ही मंत्री-विधायक।वही सदस्यता अभियान के जिला प्रभारियों भी इक्का-दुक्का ही जिलों में पहुंचे हैं। जबकि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से इसके लिए जिला कमेटियों को स्मरण पत्र तक भेजे जा चुके हैं।ऐसे में कांग्रेस का टारगेट अधूरा होता नजर आ रहा है।
दरअसल, बीजेपी की तरह कांग्रेस ने भी एक महिने पहले सदस्यों की संख्या बढाने के लिए सदस्यता अभियान शुरु किया था।जिसके लिए जिला कांग्रेस कमेटियों क�� रसीद बुकें आवंटित करने की कार्रवाई शुरू हुई थी।मंत्री, सांसद, विधायक नए सदस्य बनाने के लिए पीसीसी से सीधे रसीद बुक ले जा सकते थे। मगर सूत्र बताते हैं कि अब तक पीसीसी से केवल 22 जिला कांग्रेस कमेटियों ने ही इसमें रुचि दिखाई और करीब 22 हजार रसीद बुक ली हैं। इनमें प्रमुख रूप से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, सिवनी, बैतूल, मंडला, रतलाम, सागर, टीकमगढ़ जिला कमेटी शामिल हैं।मंत्री विधायकों की इस उदासीनता ने तो पार्टी को भी चिंता में डाल दिया है।
जबकी प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी जिलों में सदस्यता अभियान के लिए जिला प्रभारी नियुक्त किए हैं। भोपाल और सागर में तो जिला प्रभारी पहुंचे हैं और बैठकों का एक दौर भी पूरा कर लिया है। मगर अन्य जिलों में प्रभारियों ने अभी पहुंचना शुरू ही नहीं किया है।सभी जिला कांग्रेस कमेटियों, सांसद, विधायक, लोकसभा-विधानसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों व संगठन के पदाधिकारियों को सदस्यता अभियान में नए सदस्य बनाने के लिए परिपत्र भी भेजा गया है, लेकिन हालत जस के तस बने हुए है। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि कई जिला कांग्रेस कमेटियां सदस्यता के लिए रसीद बुक ले गई हैं। अभियान में नए सदस्यों को जोड़ने के लिए पूरी पार्टी प्रयास कर रही है। जल्द ही अभियान में तेजी लाई जाएगी।