भोपाल/उज्जैन| मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में इंदौर भोपाल के बाद उज्जैन (Ujjain) में सर्वाधिक संक्रमितों के मामले सामने आये हैं| पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 100 के पार पहुँच चुका है| शुक्रवार को कलेक्टोरेट में पदस्थ 51 साल के बाबू की भी कोरोना के कारण मौत हो गई। गुरुवार सुबह ही संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें आरडी गार्डी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहीं शहर के नए मरीजों में भाजपा पार्षद और जिला अस्पताल की दो नर्सें शामिल हैं। उज्जैन में चार दिनों में 74 मामले सामने आए हैं। नर्सों के पॉजिटिव आने के बाद साथी कर्मचारियों की भी स्क्रीनिंग की गई है। सैंपल भी लिए गए हैं। संक्रमित भाजपा पार्षद के स्वजनों को भी क्वारंटाइन किया गया है।इधर, सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए अलग अलग जिलों में पदस्थ 28 डॉक्टरों को उज्जैन भेजा है।
कोरोना (Corona) संक्रमण के प्रबंधन और उपचार के लिये उज्जैन में 28 डॉक्टर पदस्थ किये गये हैं। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएँ द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में पदस्थ 28 डॉक्टरों को अपनी सेवाएं उज्जैन में देने के निर्देश जारी किये गये हैं। म.प्र. अत्यावश्यक सेवा संधारण एवं विच्छिन्न्ता निवारण अधिनियम-1979 (एस्मा) के तहत यह सेवाएँ सौंपी गई हैं। सभी चिकित्सकों को चार दिन के अंदर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी उज्जैन को अपनी उपस्थिति अनिवार्यत: देना होगी।
उज्जैन में शुक्रवार को कलेक्टोरेट में पदस्थ 51 साल के बाबू की मौत हो गई| कोरोना के नए मरीजों में भाजपा पार्षद और जिला अस्पताल की दो नर्सें शामिल हैं। उज्जैन में चार दिनों में 74 मामले सामने आए हैं।