Digvijaya Singh wrote a letter to Railway Minister: ग्वालियर चंबल संभाग में हनुमान जी कई प्रसिद्द मंदिर हैं जहाँ पहुंचकर लोगों की ना सिर्फ मनोकामनाएं पूरी होती हैं बल्कि उनकी असीम शांति का अनुभव होता है लेकिन प्रभु हनुमान का एक मंदिर ऐसा है जहाँ एक बार बीमार व्यक्ति पहुंच जाए तो वो वहां से ठीक होकर ही निकलता है, ये है दंदरौआ धाम, लोग इसे डॉक्टर हनुमान मंदिर कहते हैं।
चंबल अंचल के भिंड जिले में स्थित श्री दंदरौआ धाम तक पहुँचने के लिए लोग सड़क मार्ग का इस्तेमाल करते हैं ग्वालियर सहित आसपास के जिलों से गुजरने वाली सड़कों की मदद से लोग धाम तक पहुँचते हैं रेल मार्ग से पहुँचने के लिए लोग नजदीक स्थित सोनी रेलवे स्टेशन का इस्तेमाल करते हैं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर सोनी रेलवे स्टेशन का नाम “श्री दंदरौआ धाम रेलवे स्टेशन” रखने की मांग की है और एक पत्र लिखा है।

सोनी स्टेशन का नाम “श्री दंदरौआ धाम रेलवे स्टेशन” करने की मांग
दिग्विजय सिंह ने लिखा रेल मंत्री को लिखे पत्र में कहा, मध्य प्रदेश के भिंड जिले में स्थित श्री दंदरौआ धाम एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिसे स्थानीय जनता और पर्यटकों द्वारा श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा जाता है। इस मंदिर की मान्यता और महत्व को देखते हुए मैं चाहता हूँ कि आप इसके नजदीक स्थित सोनी स्टेशन का नाम “श्री दंदरौआ धाम रेलवे स्टेशन” कर दें तो इस कदम से क्षेत्र के सामाजिक, सांस्कृतिक, और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
दिग्विजय सिंह ने चार बिन्दुओ में इसका लाभ बताया
- धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वः श्री दंदरौआ धाम क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का केंद्र है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु अपनी आस्था और विश्वास के साथ मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं, जिससे क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षण मिलता है।
- पर्यटन और रोजगार सृजनः यदि सोनी रेलवे स्टेशन का नाम “श्री दंदरौआ धाम रेलवे स्टेशन” रखा जाता है, तो इससे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस धार्मिक स्थल की पहचान बढ़ेगी। इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय व्यापार, होटलों, और अन्य सेवाओं में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे।
- यात्रियों की सुविधाः स्टेशन का नाम धाम के नाम पर होने से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मार्गदर्शन में सुविधा होगी, जिससे उनकी यात्रा अनुभव में सुधार होगा और वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुँच सकेंगे।
- स्थानीय विकासः पर्यटन के बढ़ते प्रवाह से स्थानीय बाजार, हस्तशिल्प, और अन्य व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा और स्थानीय निवासियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।