भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके भांजे रतुल पुरी के वीवीआईपी अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में नाम सामने आने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने गुरूवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, ‘उसका सियासत से कोई लेना देना नहीं है, वह एक कारोबारी है और उसके कामकाज से मेरा कोई लेना देना नहीं है। जो भी मामला है उसकी जांच होनी चाहिए लेकिन सवाल उठता है कि इस तरह के मामले चुनाव के समय ही क्यों सामना आते हैं?
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले की जांच कर रहा है। इस मामले में कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी का नाम सामने आने के बाद उन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। न्यूज एजेंसी के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि पुरी पूछताछ के लिए दफ्तर में बुधवार को सुबह 11 पेश हुए थे। इससे पहले ईडी ने दिल्ली की एक अदालत को इस बात की जानकारी दी थी कि अगस्ता वेस्टलैंड मामले में उन्हें पूछताछ करने के लिए बुलाया है। बता दें रतुल पुरी कमलनाथ की बहन नीता के बेटे हैं। वह हिंदुस्तान पॉवर प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष हैं। ईडी को हवाले के संबंध में रतुल पर शंका है इसलिए कथित बिचौलिये सुशेन मोहन गुप्ता से उनका सामना करवाने के लिए उन्हें बुलाया गया है।
कथित बिचौलिये सुशेन मोहन गुप्ता की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए ईडी ने कार्ट से अनुरोध किया था। ईडी ने तर्क दिया था कि पुरी समेत कई लोगों का सुशेन से आमना सामना करवाना है। हालांकि, ईडी से पूछताछ के दौरान रतुल ने इस घोटाले में उनकी किसी भी तरह की भूमिका से इंकार किया है। उनकी कंपनी की ओर से भी एक बयान जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि वह ईडी के साथ जांच में पूरी तरह से सहयोग करेंगे और जरूरत पड़ने पर कोई भी स्पष्टीकरण या जानकारी देंगे।
MP CM on his nephew Ratul Puri called by ED to join AgustaWestland money laundering probe: He’s independent, he has nothing to do with politics & I have nothing to do with his business. Whatever there is, it must be investigated but how these issues come up during elections only? pic.twitter.com/qAMVJ7l0Wh
— ANI (@ANI) 4 April 2019