बिजली कंपनी ने कर्मचारियों को दी 2 लाख 82 हजार रुपये से ज्यादा प्रोत्साहन राशि, ये है कारण

Atul Saxena
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। बिजली (Electricty Company) कंपनी द्वारा कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के 16 जिलों के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण वितरण केन्द्रों में राजस्व संग्रहण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 168 लाइन कर्मचारियों एवं मीटर रीडरों को 2 लाख 82 हजार 530 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिये जाएंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Energy Minister Pradyuman Singh Tomar) ने राजस्व संग्रहण में बेहतर योगदान देने वाले कार्मिकों को बधाई दी है।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि बिजली कंपनी कार्यक्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व संग्रहण बढ़ाने के उद्देश्‍य से कर्मचारियों ने प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 64 हजार 906 उपभोक्ताओं से 8 करोड़ 49 लाख 88 हजार 241 रुपये का राजस्व संग्रहण किया है।

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योजना में बेहतर प्रदर्शन करने पर अशोकनगर में 6 कर्मचारियों को प्रोत्साहन के रूप में 8 हजार 510, बैतूल में 87 कर्मचारियों को 1 लाख 55 हजार 230, भिण्ड में 1 कर्मचारी को 1 हजार 25, भोपाल में 9 कर्मचारियों को 19 हजार 760, दतिया में 2 कर्मचारियों को 2 हजार 560, गुना में 3 कर्मचारियों को 3 हजार 450, ग्वालियर में 2 कर्मचारियों को 2 हजार 660, हरदा में 7 कर्मचारियों को 9 हजार 300, नर्मदापुरम् में 4 कर्मचारियों को 7 हजार 535, रायसेन में 13 कर्मचारियों को 21 हजार 475, राजगढ़ में 3 कर्मचारियों को 5 हजार 945, सीहोर में 24 कर्मचारियों को 32 हजार 30, श्योपुर में 1 कर्मचारी को 4 हजार 360, शिवुपरी में 3 कर्मचारियों को 4 हजार 40 एवं विदिशा में 3 कर्मचारियों को 4 हजार 650 रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे।

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गौरतलब है कि इस योजना में कंपनी द्वारा ग्रामीण वितरण केन्द्रों में लाइन कर्मचारी एवं मीटर रीडर द्वारा 250 से अधिक देयकों का राजस्व संग्रहण करने पर योजना के प्रावधान अनुसार निर्धारित प्रतिशत में प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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