बिजली में हो रहे घाटे की भरपाई के लिए दाम बढ़ाने की चर्चाओं के बीच प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। मंत्री का कहना है कि शिवराज सरकार में हुआ बिजली घाटा एक दिन में पूरा नही कर सकते है। घाटा पूरा करने के लिए सरकार श्वेत पत्र लेकर आएगी। वही उन्होंने इस साल बिजली दरे ना बढ़ाने के भी संकेत दिए।
आज मीडिया से चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश यही है कि इस साल बिजली की दर नहीं बढ़ायी जाएं।शिवराज सरकार में हुए घाटे को पूरा करने सरकार श्वेत पत्र लाएगी। घाटे को 1 दिन में वसूला नहीं जा सकता, लेकिन जल्द सरकार इस मामले में श्वेत पत्र लेकर आने वाली है। नई दरों को लेकर टैरिफ याचिका दायर की गई है। सरकार भी नियामक आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखेगी और कोशिश रहेगी कि बिजली की दर बिल्कुल भी ना बढ़ें। साफ है कि ऊर्जा मंत्री का यह बयान प्रदेश की जनता के लिए एक बड़ी राहत कहा जा सकता है। इसमें साल 2020 में विद्युत दरों पर किसी भी तरीके की बढ़ोतरी नहीं की जाना संभावित है।
वही केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की परिस्थिति अच्छी नही है। केंद्र सरकार को ध्यान देना चाहिए। जनता का अर्थव्यवस्था से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार संवैधानिक मामले लेकर आ रही है। रोजगार से लगे हुए लोग आज बेरोजगार हो रहे है देश गर्दिश में है और केंद्र सरकार अनभिज्ञ बनी रहना चाहती है। केंद्र सरकार गलतियां कर रही है,मनमोहन सरकार ने विश्वमंदी के दौर में भी बचाने का काम किया था।
बता दे कि मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 2020-21 के लिए ट्रैरिफ में दो हजार करोड़ का संभावित नुकसान माना है।जिसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि इसकी भरपाई के लिए दाम बढाए जा सकते हैं। बीते दिनों नुकसान की भरपाई के लिए पांच फीसद बिजली के दामों में इजाफा करने का प्रस्ताव तैयार करने की भी बात सामने आई थी।हालांकि आज ऊर्जा मंत्री द्वारा दिए गए बयान से राहत मिलती नजर आ रही है।