भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले अपने बयानों से सियासत में हलचल मचाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाये है| पिछले दिनों लगातार बयानबाजी के बीच भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने पार्टी कार्यालय में तलब था और पार्टी लाइन के खिलाफ की जा रही बयानबाजी पर उन्हें दो टूक समझाइश भी दी गई थी| जिसके बाद उनके सुर बदल गए थे| लेकिन अब उन्होंने अपनी ही पार्टी के कैम्पेन के तरीके पर सवाल उठाए हैं| गौर ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के दिए नारे ‘माफ करो महाराज’ को गलत बताया है|
गौर ने कहा कि हमें महाराज का नाम नहीं लेना चाहिए थी. सिर्फ अपने ही नेताओं का नाम लेना था| गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा का नारा था माफ करो महाराज हमारा नेता तो शिवराज। इस नारे को लेकर बीजेपी चुनाव में उतरी थी और कांग्रेस को राजा महाराजों की पार्टी बताते हुए दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को घेरने की कोशिश की| लेकिन दांव उलटा पड़ा और कांग्रेस सत्ता में आ गई, बल्कि सिंधिया भी और मजबूत हुए|
दरअसल, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के बंगले पर गोविंदपुरा विधानसभा के कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित हुई| इस बॆठक में मध्य प्रदेश के लोकसभा प्रभारी यशवंत हाड़ा ने सभी कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में एकजुट होने की नसीहत दी| साथ ही भोपाल के लोकसभा प्रत्याशी के समर्थन में भरपूर सहयोग देने की बात कही| .बैठक के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर, भोपाल सांसद आलोक संजर, गोविंदपुरा विधानसभा की विधायक कृष्णा गौर सहित बीजेपी के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे| इसी बैठक में गौर ने पार्टी के चुनाव कैंपेन पर सवाल उठाये|