भोपाल।
विधानसभा चुनाव के बाद से ही मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित पत्रकारिता शैक्षणिक संस्थान माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय चर्चा का विषय बना रहा है। विवि के पूर्व कुलपति प्रो. बी के कुठियाला सहित 20 अन्य लोगों पर भर्ती और घोटाला में ईओडब्लयू द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी।
भर्ती और घोटाला मामले में घिरे पूर्व कुलपति प्रो. बीके कुठियाला जांच एजेंसी ईओडब्लयू के अल्टीमेटम के बाद भी शुक्रवार को पेश नहीं हुए। पूर्व कुलपति कुठियाला ने मेडिकल सर्टिफिकेट भेजकर पेश होने से इंकार कर दिया। साथ ही ईओडब्लयू से कुछ मांग की है। आवेदन में कुठियाला ने पेशी के लिए 27 जून के बाद का समय मांगा है। सूत्रों की माने तो अब ईओडल्ब्यू को भेजे मेडिकल पर्चे में प्रो. कुठियाला के लिए तीन दिन का इलाज लिखा गया है। उनके पर्चे का डॉक्टर से परीक्षण कराया जाएगा। साथ ही उनके स्वास्थ्य की गंभीरता के आधार पर अगला निर्णय लिया जाएगा। ईओडल्ब्यू विभाग के अफसर कुठियाला पर शिंकजा कसने पंचकूला भी जा सकते हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही माखनलाल विश्वविद्यालय में हुए भर्ती घोटाला का हवाला देते हुए पूर्व कुलपति सहित विश्वविद्यालय के कुल 20 लोगों पर मामला दर्ज हुआ था। साथ ही यहां आर्थिक अनियमितताओं को लेकर शासन ने जांच टीम का गठन भी किया था। टीम के द्वारा की गई जांच के आधार पर ईओडब्ल्यू ने पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।