भोपाल।
घोटालों, फर्जीवाड़ों और मिलावटखोरों के बाद अब कमलनाथ सरकार फर्जी एनजीओ के खिलाफ सख्त हो चली है।सरकार ने एमपी मे चल रहे फर्जी एनजीओ के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।सरकार को शक है कि इसमें कई दिग्गज नेताओं के कनेक्शन भी हो सकते है। जांच के बाद बड़ा खुलासा होने की संभावना है।वही सरकार के द्वारा दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गई है।
![fake-ngo-in-madhy-pradesh](https://mpbreakingnews.in/wp-content/uploads/2020/01/030420191440_0_Capture.jpg)
दरअसल, बीते दिनों ग्वालियर और चंबल में 60 फीसदी एनजीओ फर्जी पाए गए थे। जिसकी खबर सरकार के पास भी पहुंची थी। इसके बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और जांच के आदेश दिए। सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने कहा है कि भिंड-मुरैना-ग्वालियर में फर्जी एनजीओ का बड़ा गिरोह सक्रिय है, इतनी बड़ी संख्या में फर्जी एनजीओ देखकर मै हैरान हूं। फर्जी एनजीओ से मिलकर यहां पैसों की बंदरबांट हुई है।मंत्री ने कहा कि फर्जी एनजीओ के पीछे नेताओं के शामिल होने की भी बात सामने आ रही है,इसकी भी जांच होगी और उसमें जो भी दोषी मिलेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।हर आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि बीते दिनों ग्वालियर और चंबल में बुजुर्गों, बच्चों, नशामुक्ति और दिव्यांगों के लिए सेवा करने वाली कुछ संस्थाओं द्वारा तालाबंदी के आवेदन करने के बाद हुई जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ था। जांच में 61 सामाजिक संस्थाएं ऐसी निकली जिनमें से कई के पते फर्जी निकले । सामाजिक न्याय विभाग की टीम ने जब जाँच की तो वे चौंक गए कई संस्थाओं के पते और कार्यालय ही गायब मिले तो कहीं इन पतों पर कुछ और चलता मिला। जांच में ये सामने आया था कि विभाग में जमे लोगों ने इन संस्थाओं से सांठगांठ कर सरकार से अनुदान दिलवाया था। इसके बाद ये फाइले सामाजिक न्याय विभाग के संचालनालय भोपाल भेज दी गई जिसके बाद यह आदेश दिए गए है।