भोपाल। मध्य प्रदेश के किसानों को कमलनाथ सरकार एक और बड़ा तोहफा देने जा रही है। प्रदेश के 85 लाख किसानों को अब उनकी मिट्टी की जांच के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा। राज्य सरकार अब यह सेवा मुफ्त में उपलब्ध करवाएगी। किसान अब लैब में उनकी मिट्टी की जांच मुफ्त में करवा सकेंगे। इससे पहले उन्हें इसके लिए काफी रुपए खर्च करना पड़ेंगे। इसके लिए कृषि विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार किसान अब अपने खेतों की मिट्टी की जांच करवा सकेंगे। इससे उन्हें खेत की मिट्टी के सभी तत्वों के बारे में जानकारी मिल जाएगी। जिससे वह सही फसल के लिए बोनी करने में कामयाब होंगे। राज्य सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाना चाहती है। बीती सरकार ने भी इस दिशा में कई प्रयास किए हैं। लेकिन अब नई सरकार किसानों के हित के लिए कई नए कदम उठा रही है। राज्य सरकार का मानना है कि अगर किसान की लागत कम होगी तो उसको खेती में लाभ ज्यादा मिल सकेगा। सही फसल बोने से ही खेती में अधिक लाभ होता है। इसके लिए मिट्टी की सही जानकारी होना जरूरी है।
प्रयोगशाला में मिट्टी परीक्षण के बाद किसान को इस बात की सही जानकारी मिल जाएगी कि उसके खेत में किस तत्व की कमी है। इससे पहले किसान प्रयोगशाला में अपनी मिट्टी का परीक्षण करवाने में कतराते थे। क्योंंकि, खाद, रासायनिक उर्वक के इंतजाम, खेत को बोनी के लिए तैयार करने में ही इतनी लागत आ जाती है कि किसान मिट्टी की परीक्षण नहीं करवाता है। और बिना परीक्षण की गई बोनी से फसल उम्मीद के मुताबिक नहीं होती। जिससे किसान को अधिक लाभ नहीं मिलता है।
नई सरकार किसान की खेती की लागत कम करना चाहती है। इसलिए मिट्टी परीक्षण मुफ्त करवा रही है। जिससे अधिक से अधिक किसान इस सुविधा का लाभ ले सकें और उनको फसल से लाभ मिल सके। कृषि विभाग की प्रदेश में 24 , मंडी बोर्ड की 26 , कृषि विव जबलपुर की 19 , बड़वानी में एक प्रयोगशाला है। इसके अलावा भी कई निजी संस्थानों में भी प्रयोगशालाएं हैं।