भोपाल।
ऑल इंडिया जेल डीजी कॉन्फ्रेंस का छटवां वार्षिक आयोजन इस बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में होने जा रहा है। इसमें देशभर की जेलों के डीजी, एडीजी और आईजी स्तर के अधिकारी हिस्सा लेंगे। यह कार्यक्रम 26 और 27 फरवरी को राजधानी में कान्हासैया स्थित सीएपीटी (सेंट्रल एकेडमी फॉर पुलिस ट्रेनिंग) में आयोजित किया जाएगा। इसका शुभारंभ जबलपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एसके सेठ करेंगे। जबकि समापन अवसर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ उपस्थित रहेंगे। इस कॉन्फ्रेंस में वर्तमान परिवेश में जेल प्रबंधन एवं सुधारात्मक सेवा में चुनौतियां विषय पर चर्चा की जाएगी।इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन 2013 से शुरू किया गया है। यह पहला मौका है जब कॉन्फ्रेंस को मध्यप्रदेश मे आयोजित किया जा रहा है।
दरअसल, हर साल पुलिस विभाग की तर्ज पर जेल विभाग की डीजी कॉन्फ्रेंस आयोजित होती है, लेकिन पिछले साल यह जेल डीजी कॉन्फ्रेंस किसी भी राज्य में आयोजित नहीं हो सकी। इसे वीपीएंडआरडी (ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट) की तरफ से आयोजित कराया जाता है। इस बार यह मौका पहली बार मप्र को मिला है। यहां पहली बार देश के सभी जेलों के प्रमुखों की कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें सभी राज्य जेलों में सुधार को लेकर गहन चर्चा करेंगें।
इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा
इनमें जेलों के विकास, बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोडऩे सहित तमाम मसलों पर सभी जेल डीजी चर्चा करेंगे और सभी राज्य एक दूसरे के अपने यहां होने वाले बेहतर कार्यों के अनुभवों को भी शेयर करेंगें। इसमें तय होगा कि किस तरह पुलिस, जेल, स्वास्थ्य और न्याय विभाग मिलकर बंदियों और जेलों के सुधार के लिए कदम उठा जा सकते हैं। सदियों पुराने कामकाज के ढर्रे को बदल कर आधुनिक तरीके से काम किया जा सकता है, जिससे समय और फिजूल खर्च से बचा जाए।
प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी
इस दौरान जेल प्रशासन के लिए उपयोगी मशीनों और सुरक्षा उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इसमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, सिक्योरिटी डिफेंस सिस्टम, निधि इंड्रस्ट्री, कॉउन सोलर पॉवर, नूटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बालाजी इंटरनेशनल, लक्ष्मी टैक्स जैसी नामी कंपनियों द्वारा स्टॉल लगाए जाएंगें, जिसमें उनके द्वारा बनाए गए उपकरणों और मशीनों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।वही मध्यप्रदेश जेल विभाग द्वारा भी कैदियों द्वारा बनाई गई हस्तशिल्पकला सामग्री, पेंटिंग, वुडन कॉविंग, मूर्तिया, कपड़े, भैरोगढ प्रिंट आदि का भी प्रदर्शन किया जाएगा।साथ ही जेलों मे निर्मित सामग्रियों के स्टॉल लगाएं जाएंगें।