भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। जिस कर्जमाफी और किसान को आधार बनाकर कांग्रेस सत्ता में आई थी, वही अब उपचुनाव (By-election) से पहले मध्यप्रदेश (MP) की राजनीति का मुख्य मुद्दा बन गया है।हाल ही में एक दिवसीय विधानसभा के सत्र के दौरान शिवराज सरकार द्वारा स्वीकारा गया था कि कर्जमाफी के चलाए गए दो चरणों में कांग्रेस की सरकार ने 26 लाख 95 हजार किसानों का 11,600 करोड़ का कर्ज माफ किया था, हालांकि कांग्रेस ने इसे जनता के बीच भुनाती इसके पहले ही 24 घंटे अंदर सरकार ने गलत बताते हुए जांच की बात कह डाली, जिसको लेकर अब कांग्रेस-भाजपा (Congress-BJP) के बीच जमकर वाक युद्ध छिड़ा हुआ है।इसी बीच पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन (Former Agriculture Minister Gaurishankar Bisen) ने कर्जमाफी (Debt waiver) पर बड़ा बयान देकर सियासी गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है।
दरअसल, आज एमपी ब्रेकिंग न्यूज से खास चर्चा के दौरान पूर्व कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि मैं कई बार कह चुका हुं कि कांग्रेस ने जो 50 हजार तक का कर्जा माफ किया उसमें भी जो हमारी सहकारी समिति संस्था बैंक के हिस्से की राशि को समाहित किया गया है।कांग्रेस सरकार ने पिछली बैंको को पैसा वापस नही किया और किसानों के ऊपर जो कर्ज था वो जीरों कर दिया। वही उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी सिर्फ कागजों में की है।कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। बैंकों को अब तक पैसा नही मिला है, लेकिन हमारी शिवराज जी की सरकार ने किसानों के लिए सत्ता में आते ही बड़े फैसले लिए है, हाल ही में किसान सम्मान निधि की राशि 4 हजार बढ़ाना और फसल बीमा राशि इसका उदाहरण है।
कृषि मंत्री कमल पटेल की विधानसभा में दी गई जानकारी
हाल ही में सोमवार को विधानसभा के एक दिन के सत्र के दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने कांग्रेस विधायक जयवर्द्धन सिंह और बाला बच्चन के सवाल पर लिखित उत्तर में कहा था कि राज्य में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल के दौरान 26 लाख से अधिक किसानों के कर्जमाफ हुए हैं। पटेल ने बताया कि कर्जमाफी के चलाए गए दो चरणों में कांग्रेस की सरकार ने 26 लाख 95 हजार किसानों का 11,600 करोड़ का कर्ज माफ किया है। हालांकि मंत्री का कहना है कि कांग्रेस ने जिस तरह किसानों का दो लाख तक का कर्जा माफ करने का वादा किया था वह दस दिन के भीतर नहीं हुआ। वही नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर विधानसभा में गलत जानकारी दी गयी है। किसान कर्जमाफी के मुद्दे पर विधानसभा में गलत जानकारी भेजी गयी है। जानकारी अधिकारियों के स्तर पर गलत भेजी गयी है और जांच करके उसे ठीक किया जाएगा। इस पर कांग्रेस का कहना है कि कृषि मंत्री विधानसभा में 26 लाख से अधिक किसानों के कर्ज माफ होने की बात स्वीकार कर रहे हैं और उसके दूसरी तरफ भाजपा नेता भ्रम फैलाते हुए बोल रहे हैं कि कर्जमाफी नहीं हुई है। इस मुद्दे को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है।