चंबल की पूर्व कांग्रेस विधायक का निधन, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जताया दुख

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री (Senior Congress Leader) और पूर्व कांग्रेस विधायक सुशीला सिंह भदौरिया (Former MLA Sushila Singh Bhadauria) का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन की खबर लगते ही पार्टी में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) समेत कई नेताओं ने कांग्रेस विधायक के निधन पर शोक जताया है।

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सुशीला सिंह 1957 में भिण्ड जिले की प्रथम महिला कांग्रेस विधायक बनी थी। वह गोहद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ी थी। पूर्व कांग्रेस विधायक सुशीला भदौरिया के पति सोबरन सिंह भी कांग्रेस के नेता थे। उनको राजमाता सिंधिया के करीबी माना जाता था, इसीलिये जब 1957 में कांग्रेस के टिकट बांटे गए तो सामान्य सीट होने के चलते सुशीला भदौरिया को टिकट दिया गया। चंबल की राजनीति में राजमाता के आने के बाद महिलाओं का प्रवेश शुरु हो गया था। ​वे स्वतंत्रता सेनानी भी रहीं थी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है कि भिण्ड जिले (Bhind District) की प्रथम महिला विधायक रहीं गोहद से पूर्व विधायक श्रीमती सुशीला सिंह भदौरिया जी के निधन का समाचार मिला है। मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को यह वज्राघात सहने की क्षमता दें।

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सूक्ष्म, लघु मध्यम उद्यम तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा  (Minister Omprakash Sakhlecha) ने दुख जताते हुए लिखा है कि भिण्ड जिले की प्रथम महिला विधायक रहीं गोहद से पूर्व विधायक श्रीमती सुशीला सिंह भदौरिया जी के निधन का समाचार मिला है। मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को यह वज्राघात सहने की क्षमता दें।
।। ॐ शांति ।।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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