भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का आज जन्मदिन है। आज हम आपके बताने जा रहे हैं अटल जी की जिंदगी से कुछ ऐसा किस्सा जो आपने बहुत कम ही जाना पढ़ा होगा। दरअसल, सिंधिया परिवार से अटल जी का खास रिश्ता था। आज भले ही सिंधिया परिवार दो राजनीतिक विचारधाराओं में बंट गया हो लेकिन एक दौर ऐसा भी था जब वाजपयी जी की उच्च शिक्षा के लिए ग्वालियर के राज घराने ने उन्हें पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप दी थी। इस बात का जिक्र वाजपयी जी ने अपनी किताब में किया है। उन्होंने लिखा है कि 1945 में अगर सिंधिया परिवार का साथ नहीं मिलता तो मेरी उच्च शिक्षा का पूरा होना मुश्किल था।
अटलजी ने अपनी किताब में लिखा है कि ग्लावियर के महाराज जीवाजी राव सिंधिया उन्हें स्कूल के दिनों से जानते थे। स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद वाजपयी जी की उच्च शिक्षा का भार उनके परिवार पर था। वह लिखते हैं कि उनकी उच्च शिक्षा के लिए परिवार के सामने आर्थिक संकट था। क्योंकि घर में दो बड़ी बहनों की शादी होना थी। ये सब देखते हुए शाही परिवार की ओर से मुझे मासिक स्कॉलरशिप के रूप में 75 रुपए दिया जाने लगा। जिससे मैंने अपनी उच्च शिक्षा कानपुर के डीएवी कॉलेज से पूरी की। बताया जाता है कानपुर में पढ़ाई करने के दौरान अटलजी को बड़ा मौका मिला। वह यहां आर्य समाज के संपर्क में आए और बाद में आरएसएस में शामिल हो गए। यहां उनके कई राइट-विंग नेताओं से संपर्क बने। बाद में उनको एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें हिंदी पत्रिका राष्ट्रधर्म का संपादक बनाया गया।