MP के किसानों के लिए अच्छी खबर, गेहूं उपार्जन पंजीयन की तारीख बढ़ी, अब इस तारीख तक करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन

मध्य प्रदेश में इस समय गेहूं उपार्जन तेजी से जारी है, अब तक राज्य शासन ने करीब 6 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का उपार्जन कर लिया है इतना ही नहीं सरकार ने जिस किसान से गेहूं ख़रीदा है उसे 757 करोड़ 36 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया है। मंत्री राजपूत ने किसानों से आग्रह किया है कि जिन्होंने अब तक पंजीयन नहीं कराया है वे 9 अप्रैल तक पंजीयन करा लें । 

Wheat procurement registration date extend in MP : मध्य प्रदेश में इन दिनों गेहूं का उपार्जन किया जा रहा है अब तक 6 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीदी सरकार कर चुकी है साथ ही किसानों को भुगतान की प्रक्रिया भी जारी है इस बीच सरकार ने किसानों को एक और सुविधा दी है सरकार ने किसानों की परेशानी को समझते हुए गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन की तारीख को बढ़ा दिया है अब किसान 9 अप्रैल तक पंजीयन करा सकते हैं।

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि किसानों के हित में रबी विपणन वर्ष 2025-26 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिये पंजीयन की अवधि 9 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। अभी तक पंजीयन की अंतिम तारीख 31 मार्च 2025 निर्धारित की गई थी।

MP

MP में गेहूं की MSP 2600 रुपये प्रति क्विंटल   

मंत्री राजपूत ने किसानों से आग्रह किया है कि जिन किसानों ने अभी तक पंजीयन नहीं करवाया है, वे 9 अप्रैल तक गेहूं उपार्जन के लिये पंजीयन जरूर करा लें। उन्होंने बताया कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपये है और राज्य सरकार द्वारा 175 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह से गेहूं की खरीदी 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है। उल्लेखनीय है कि गेहूं उपार्जन के लिये 31 मार्च तक 15 लाख 9 हजार 324 किसान पंजीयन करा चुके हैं। गेहूं का उपार्जन भी जारी है, 5 मई तक खरीदी की जाएगी  ।

MP में गेहूं के लिए 2648 उपार्जन केंद्र, किसानों को ये सुविधाएँ 

मंत्री ने बताया कि किसानों को गेहूं बेचने के लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करनी होगी। यह सुविधा www.meuparjan.nic.in पर उपलब्ध है जहाँ किसान बुकिंग कर निर्धारित तारीख पर उपार्जन केंद्र पर पहुंचकर अपनी फसल बेच सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गेहूं उपार्जन के लिए 2648 उपार्जन केंद्र बनाये गए हैं। खरीदी केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए टेंट, बैठने की व्यवस्था, पानी, पंखे, तौल मशीन और कंप्यूटर जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। गेहूं की साफ-सफाई के लिये क्लीनिंग मशीन भी लगाई जा रही है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News