भोपाल।
नीट 2019 के परीक्षा परिणाम घोषित हो जाने के बाद अब 12 जून से देश भर के मेडिकल कॉलेज की खाली एमबीबीएस की सीटों के लिए पंजीयन की प्रक्रिया दो चरणों में शुरू होने जा रही है। इसके लिए 85 प्रतिशत सीटों पर ऑनलाइन काउंसिलिंग के जरिए एवं शेष 15 प्रतिशत सीटों परऑल इंडिया कोटे के माध्यम से किया जायेगा।
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इस साल मध्यप्रदेश में तीन नए मेडिकल कॉलेजों को एमसीआई से मान्यता मिली है। तो इस सत्र में इन नए मान्यता प्राप्त मेडिकल कॉलेजों की सीटों को भी भरा जाएगा। इस वजह से अधिक छात्रों को मौका मिल सकेगा। नए मान्यता प्राप्त कॉलेज शहडोल, शिवपुरी एवं छिंदवाड़ा के हैं।
कहां कितनी सीटें?
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुल 776 सीटों के लिए प्रवेश होना है। श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा में 82 सीटें, सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर 119 सीटें, गजराराजा मेडिकल कॉलेज में ग्वालियर 121 सीटें, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, सागर 85 सीटें, एमजीएम कॉलेज इंदौर 124 सीटें, दलिया मेडिकल कॉलेज, दतिया 85 सीटें, गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल में 119 सीटें, गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज, इंदौर 41 सीटें हैं।
पंजीयन प्रक्रिया 12 जून से होगी शुरू
12 जून से देश भर के मेडिकल कॉलेज की खाली एमबीबीएस की सीटों के लिए पंजीयन की प्रक्रिया दो चरणों में शुरू होने जा रही है। पंजीयन के हिसाब से देशभर के मेडिकल कॉलेजों में छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। स्टेट कोटे की सीटों के लिए इस बार दो चरण में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन माध्यम से काउंसिलिंग की जायेगी।
इतना रह सकता है कटऑफ
इस बार मध्यप्रदेश में कॉलेजेस की संख्या बढ़ने से एमबीबीएस की सीटों में इजाफा होने की उम्मीद है। बता दें कि बीते वर्ष सामन्य श्रेणी के छात्रों का कटऑफ 517 तक रहा था एवं तीन नए कॉलेजो को मान्यता मिलने से कटऑफ 500 तक हो गया था।
पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार परीक्षा परिणाम में बड़ा अंतर है। जितने नंबरो पर पिछले बार पहली रैंक आई थी उतने नंबरों पर इस बार 10 से अधिक छात्र हैं।
इतनी एमबीबीएस सीटों का इजाफा
अभी तक मध्यप्रदेश में 13 शासकीय कॉलेज संचालित हो रहें हैं, तीन नए मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिलने से बेहतर अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को पसंदीदा संस्थान चुनने के अवसर बड़े हैं। लगभग 300 सीटों को बढ़ाया गया है। बता दें कि 300 सीटें बढ़ने से सरकारी मेडिकल कॉलेज में अब एमबीबीएस की सीटों की संख्या 1600 हो जायेग। निजी कॉलेजों में एमबीबीएस की 800 एमबीबीएस की सीटें है।