हेलिकॉप्टर मनी: तो कोरोना क्राइसिस में आसमान से बरसेंगे पैसे!

भोपाल

लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ चुका है और कोरोना के इस गहराते संकट के बीच एक आशंका जो बार बार उभर रही है और जिसके शुरूआती संकेत भी दिखने लग गए हैं, वो है अर्थव्यवस्था का धराशायी होना। जीवन बचाने के लिये लॉकडाउन का फैसला अनिवार्य था, लेकिन इसी के साथ जमाखोरी, पूंजीपतियों द्वारा पूंजी का संचय, छोटे व्यवसायियों पर तालाबंंदी की मार, रोज़ कमाने खाने वालों का रोज़गार छिन जाना सहित कई ऐसे साइड इफैक्ट हैं जो सामने आए हैं। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी आर्थिक व्यवस्था पटरी पर आने के बजाय और धराशायी होने की आशंका है क्योंकि ये वैश्विक आपदा है और ऐसे में भारत जैसे विकासशील देश के सामने कई तरह के संकट खड़े होने की संभावना है।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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