भोपाल। विधानसभा चुनाव में हार के बाद मप्र भाजपा के अंदरखाने सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यही कारण है कि भाजपा हाईकमान ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उप्र के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी सतीश उपाध्याय को मप्र की कमान सौंपी है। दोनों नेताओं को मप्र भाजपा से जुड़ी सभी अधिकार सौंपे गए हैं। यहां तक कि प्रदेश के सभी नेता स्वतंत्र देव और उपाध्याय को रिपोर्ट करेंगे। हालांकि बैठकों से लेकर अन्य सभी तरह की औपचारिकताओं से ये दोनों नेता दूर रहेंगे।
स्वतंत्र देव सिंह और सतीश उपाध्याय की जोड़ी पिछले एक महीने से प्रदेश में डेरा डाले हुए है। दोनों नेता प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों पर संगठन पदाधिकारियों की बैठक ले चुके हैं। इस दौरान उन्होंने संगठन की ग्राउंड रिपोर्ट तैयार कर हाईकमान को भेज दी है। जिसके आधार पर हाल ही में प्रदेश संगठन में जिलों से लेकर प्रदेश स्तर तक पदाधिकारियों के दायित्व छीने गए हैं। जबकि कुछ अधिकारियों के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं। पार्टी सूत्रों ने बताया कि लोकसभा के लिए टिकट चयन से लेकर अन्य सभी तरह की रणनीति तैयार करने में स्वतंत्र देव सिंह और उपाध्याय की अहम भूमिका रहेगी। ये दोनों नेता पार्टी हाईकमान को सीधी रिपोर्ट कर रहे हैं।
भगत के कक्ष में बैठ रहे दोनों नेता
प्रदेश भाजपा ने स्वतंत्र देव सिंह और सतीश उपाध्याय के लिए प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत के लिए आरक्षित कक्ष को आवंटित किया है। ये दोनों नेता भगत के कक्ष में बैठकर लोकसभा चुनाव के टिकट के दावेदारों से लेकर अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं।
असंतुष्ठों को दे रहे समय
विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा गुटों में बंटती नजर आ रही है। शिवराज सरकार के समय संगठन में हासिए पर चल रहे नेताओं से भी दोनों नेताओं ने संपर्क साधा है। साथ ही असंतुष्ठों को भी समय दे रहे हैं। प्रदेश भाजपा कार्यालय में ये दोनों नेता भोपाल में उपस्थित होने पर नियमित रूप से बैठ रहे हैं। जबकि प्रदेश पदाधिकारी पार्टी कार्यालय में तुलनात्मक रूप से कम दिखाई दे रहे हैं।