नेहरू-गांधी की तारीफ करने वाले अफसर को कमलनाथ सरकार ने लूप लाइन में भेजा

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भोपाल। देश में जहां मोदी सरकार के काम को पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की सरकारों से बेहतर बताने की होड़ मची थी, तब बड़वानी के तत्कालीन कलेक्टर अजय गंगवार ने फेसबुक के जरिए इंदिर और नेहरू के कामकाज की तारीफ कर दी। जिसके चलते गंगवार को बड़वानी कलेक्टरी गंवानी पड़ी। प्रदेश में कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी इस अधिकारी की किसी ने सुध नहीं ली है। गंगवार वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा मंडल में सचिव हैं। 

बड़वानी के तत्कालीन कलेक्टर अजय गंगवार ने 26 मई 2016 को फेसबुक पर जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की तारीफ में पोस्ट की थी। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद भाजपा सरकार ने गंगवार का उसी दिन तबादला आदेश जारी कर दिया। उस समय अंटोनी डिसा मप्र के मुख्य सचिव थे। गंगवार द्वारा नेहरू और गांधी सरकार की तारीफ करने से भाजपा सरकार इतनी नाराज थी कि गंगवार केा इतनी जल्दबाजी में हटाया गया था कि सरकार उन्हें स्थान पर किसी कलेक्टर की तत्काल पदस्थापना करने का फैसला नहीं ले पाई थी। कलेक्टरी छीनने के बाद शिवराज सरकार ने गंगवार को करीब एक महीने तक जीएडी में पूल (कोई काम नहीं दिया)में रखा। इसके बाद सूक्ष्य एवं मध्य उद्योग विभाग में उप सचिव बनाया। इसके बाद उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल में बतौर सचिव पदस्थ किया। खास बात यह है कि वर्तमान मुख्य सचिव एस आर मोहंती इससे पहले शिक्षा मंडल के अध्यक्ष थे। सीएस बनने के बाद उन्होंने भी गंगवार की सुध नहीं ली। 

कमलनाथ को दिया गलत फीडबैक

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि हाल ही में हुए तबादलों के दौरान गंगवार की नवीन पदस्थापना का मामला आया था, लेकिन कुछ अफसरों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को यह फीडबैक दिया कि गंगवार ने बड़वानी कलेक्टर रहते नेहरू और इंदिरा गांधी सरकार को लेकर गलत टिप्पणी की थी। यहां बता दें कि बड़वानी की टिप्पणी के बाद से ही कांग्रेस को मोदी सरकार का गुणगान करने में जुटी भाजपा को जवाब देने के लिए मुद्दे मिले। जो मुददे गंगवार ने उठाए वही मुद्दों के जरिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज भाजपा को जवाब दे रहे हें। 

गंगवार को इस टिप्पणी की मिली थी सजा

‘जरा गलतियां बता दीजिए जो नेहरू परिवार को नहीं करना चाहिए थी, तो अच्छा होता। यदि उन्होंने आपको 1947 में हिंदू तालिबानी राष्ट्र बनने से रोका तो यह उनकी गलती थी। वे आईआईटी, इसरो, बीएआरएसी, आईआईएसबी, आईआईएम, भेल स्टील प्लांट, डेम्स, थर्मल पॉवर लाए, यह उनकी गलती थी। आसाराम और रामदेव जैसे इन्टलेक्चुअल की जगह साराभाई और होमी जहांगीर को सम्मान और काम करने का मौका दिया, यह उनकी गलती थी। उन्होंने देश में गौशाला और मंदिर की जगह एक यूनिवर्सिटी खोली, यह भी उनकी घोर गलती थी। उन्होंने आपको अंधविश्वासी की जगह एक साइंटिफिक रास्ता दिखाया, यह भी उनकी गलती थी। इन गलतियों के लिए गांधी फैमिली को देश से माफी बनती है। इसी के साथ उन्होंने केंद्र सरकार, राजस्थान सरकार की शिक्षा नीति, राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को लेकर भी व्यंग्यात्मक टिप्पणियां की थीं।


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