कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने किसानों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखा है| पत्र में उन्होंने सोयाबीन (Soyabean) की फसल नुकसानी का विस्तृत सर्वे कराकर अविलम्ब राहत राशि प्रदान करने व किसानों को फसल बीमा का लाभ दिलाने की मांग की है|
सीएम शिवराज को लिखे पत्र में कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के सीहोर, देवास, हरदा, होशंगाबाद सहित अनेक जिलों में पीला मोजेक रोग एवं तना छेदक मक्खी के प्रकोप के कारण सोयाबीन की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है| किसानों द्वारा कर्ज लेकर सोयाबीन की फसल लगाई गई थी | लेकिन इस रोग के प्रकोप के कारण उपज प्राप्त होने की कोई संभावना शेष नहीं है और किसानों को अत्यधिक नुकसान हो चुका है | प्रदेश का किसान पहले से ही कोरोना महामारी के काल में उपज की बिक्री ना होने एवं फसल का उचित मूल्य ना मिलने से परेशान था और कुदरत की इस मार ने उसे अब और अधिक संकट में लाकर खड़ा कर दिया है| कमलनाथ ने लिखा ऐसी विकट परिस्थितियों में भी आपके सरकार द्वारा अब तक किसानों को कोई राहत प्रदान नहीं की गई है और ना ही सरकार की ओर से कोई ठोस प्रयास दर्शित हो रहे हैं|
पूर्व सीएम कमलनाथ ने लिखा कांग्रेस सरकार द्वारा प्रारंभ की गई जय किसान फसल ऋण माफी योजना का लाभ भी आपकी सरकार द्वारा किसानों को नहीं दिया जा रहा है| पूर्व में उड़द एवं मूंग को समर्थन मूल्य पर क्रय करने की घोषणा करने के बाद भी फसल को नहीं खरीदा गया और मक्का को ससमय समर्थन मूल्य पर क्रय न करने से किसानों को उसका भी कोई लाभ प्राप्त नहीं हो पाया है| स्पष्ट है कि आपकी सरकार की नीयत और नीति किसानों के प्रति असंवेदनशील है |
पूर्व सीएम ने मांग की है कि किसानों की प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सोयाबीन की फसल नुकसानी का विस्तृत सर्वे कराया जाए और राहत राशि का वितरण एवं फसल बीमा योजना का लाभ किसानों को उपलब्ध कराया जाए|