अब कमलाथ सरकार ने नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ खोला मोर्चा, इन मामलों में दिए जांच के आदेश

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भोपाल।

सत्ता में आते ही कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव अब खुद मुसीबत में घिर गए है। राज्य की कमलनाथ सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले भार्गव को निशाने पर ले लिया है। सरकार ने भार्गव के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामलो में जांच के आदेश दे दिए है। ये मामले पंचायत और ग्रामीण विभाग के है, जिन्हें शिवराज सरकार मे रहते हुए भार्गव देखा करते थे।वही इस मामले में भार्गव का कहना है कि वे बेदाग हूं चाहे तो राज्य की एजेंसी या फिर केंद्र की एजेंसी सीबीआई से जांच करा ली जाए।माना जा रहा है कि अगर जांच में भार्गव के खिलाफ कुछ पाया गया तो उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है।फिलहाल मामलों की जांच की जा रही है।

दरअसल, प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव कमलनाथ सरकार पर किसी ना किसी मुद्दे को लेकर हमला बोले हुए है। भार्गव ने सड़क से लेकर सदन तक उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। हाल ही में उन्होंने कर्जमाफी और प्रदेश में हो रहे तबादलों को लेकर सरकार का जमकर घेराव किया था।इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में चित्रकूट अपहरण हत्याकांड के बाद गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की थी। जिसके बाद अब सरकार ने उन्हें अपने निशाने पर ले लिया है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने उनके विधानसभा क्षेत्र रहली के बहाने भार्गव के खिलाफ जांच खोल दी है। विभाग के मंत्री कमलेश्वर पटेल ने अधिकारियों को आधा दर्जन से ज्यादा बिन्दुओं पर जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जांच के दायरे में गढ़ाकोटा में होने वाले रहस मेले में रोजगार मेला और महिला सम्मेलन में हर साल लाखों रुपए का दुरुपयोग, प्रशिक्षण और भर्ती में गड़बड़ी के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्रों के चयन को रखा है। इस पर राज्य स्वच्छता मिशन ने सागर कलेक्टर से शौचालय निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को लेकर भी रिपोर्ट मांगी है।वही इस मामले में भार्गव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उनका कार्यकाल और वे सदा बेदाग रहे है, राज्य सरकार को जिससे चाहे तो किसी एजेंसी या सीबीआई से जांच करवानी हो, करवा सकते है।

मंत्री ने इन बिन्दुओं दिए जांच के आदेश

– स्कूली छात्रों की ड्रेस बनाने का काम वास्तविक स्व-सहायता समूह की जगह दूसरी संस्थाओं से कराना।

– रहस मेले में रोजगार मेला में राशि का दुरुपयोग।

– आजीविका मिशन रहली के सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र में भ्रष्टाचार।

– रहस मेला में रोजगार मेला व महिला सम्मेलन के नाम पर हर साल 50 लाख रुपए का दुरुपयोग।

– आजीविका मिशन के तहत रहली में गलत तरीके से नियुक्ति करना।

– मिड डे मील समूहों में जाति विशेष के लोगों को काम देकर भ्रष्टाचार करना।

– प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास में अपात्रों का चयन करना।

– समग्र स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार।

बता दे कि भार्गव शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे है। उनके पास पंचायत और ग्रामीण विभाग का जिम्मा था। वर्तमान में वे रहली विधानसभा क्षेत्र से विधायक है।यहां हर साल रहस मेले का बड़े पैमाने पर आयोजन होता है, जिसमें राई डांस के अलावा कई सांस्ककृतिक कार्यक्रम होते है।राई नृत्य बुंदेलखंड के प्रसिद्ध नृत्यों में से एक है। राई नृत्य में बेड़नियां (नच नारी) नाचती हैं। कभी कभी बेड़नी के अभाव में स्त्री-वेशधारी पुरुष भी नाचते हैं। इस नृत्य के साथ बुंदेली गाने गाए जाते हैं। मृदंग की थाप पर घुंघरुओं की झंकार ग्रामीणों का मनोरंजन करती है। नाचने वाली बेड़नी के साथ मृदंग बजाने वाला वयक्ति नाचता है और नाचते हुए बेड़नी के पास जाकर नृत्य करता है।


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