भोपाल| विधानसभा का शीतकालीन सत्र 17 दिसम्बर से शुरू होने जा रहा है| किसानों के मुद्दे पर विपक्ष सदन में सरकार की घेराबंदी के लिए तैयारी कर रहा है| वहीं पिछले सत्र में विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल के अचानक कांग्रेस सरकार के समर्थन में आने से बने हालात दोबारा न बने इसके लिए बीजेपी अलर्ट हो गई है| भाजपा ने विधायकों के लिए सदन की अवधि के लिए व्हिप जारी कर दिया है| बीजेपी विधायक दल की बैठक सोमवार को होनी है जिसमे सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति तय की जायेगी|
झाबुआ उपचुनाव के बाद कांग्रेस का एक विधायक और बढ़ गया है, जिससे सत्तापक्ष मजबूत हुआ है| वहीं पिछले दिनों प्रदेश में विपक्षी नेताओं के द्वारा लगातार उलटफेर की बाते कही जाती रही, तो वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ व अन्य मंत्री भी दो-तीन विधायकों के आने का दावा करते रहे हैं| ऐसी स्तिथि में सत्र के दौरान गहमागहमी देखी जाती है| भाजपा के विधायकों को तोड़ने की कांग्रेस की रणनीति से निबटने भाजपा विधानसभा के पूरे सत्र के दौरान सतर्क रहेगी कोई भी और विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल जैसे हालात ना बनाएं इसके लिए अभी से विधायकों को सतर्क कर दिया गया है | सोमवार को होने वाले विधायक दल की बैठक में इस पर फोकस किया जाएगा|
मंगलवार से शुरू होने और विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा अपने विधायकों को किसी भी तरह की ढील नहीं देना चाहती | जुलाई में हुए विधानसभा सत्र के दौरान विधायक त्रिपाठी और कोल ने दंड प्रक्रिया संहिता के एक संशोधन विधेयक पर वोटिंग कर पार्टी के विरोध में जाकर काम किया था | साथ ही दोनों विधायक सीएम कमलनाथ के साथ सदन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान भी पहुंचे थे| अब नारायण त्रिपाठी और शरद कोल दोनों ही बीजेपी नहीं छोड़ने का एलान कर चुके हैं| ऐसे में किसी और विधायक को तोड़ने की कांग्रेस की रणनीति कामयाब ना हो इसलिए भाजपा ने विधायकों के लिए सदन की अवधि के लिए विहिप जारी कर दिया है|