भोपाल। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश की आज तीन लिस्ट जारी कर दी। इनमें 13 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है। वहीं, अभी भी सात ऐसी सीटों हैं जिनपर अभी तक उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा चल रही है। इसमें राजगढ़ सीट भी शामिल है। यहां से दिग्विजय सिंह ने मोना सुस्तानी का नाम आगे बढ़ाया है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की केंद्रीय समिति ने भी इस नाम पर मुहर लगा दी है। ओपचारिक घोषणा होना बाकी है।
दरअसल, राजगढ़ लोकसभा सीट पर दिग्विजय सिंह की राय को महत्ता दी जा रही है। उन्होंने ही मोना का नाम आगे किया है। बीजेपी ने यहां से रोडमल नागर को एक बार फिर मैदान में उतारा है। हालांकि, उनके खिलाफ स्थानीय कार्यकर्ताओं में जमकर नाराजगी है। 2014 में रोडमल नागर को मोदी लहर में 596,727 लाख वोट मिल थे। उकी जीत का अंतर भी काफी बड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के नारायण सिंह को 228,737 मतों से हराया था। जबकि 2009 में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था और नारायण सिंह यहां से सांसद थे। अब देखना होगा क्या कांग्रेस दस यहां से जीत दर्ज करने में कामयाब होगी या फिर बीजेपी को एक बार फिर मौका मिलेगा।
क्या है इस सीट का इतिहास
लक्ष्मण सिंह ने 1996, 1998, 1999 और 2004 के चुनाव में भी जीत हासिल की. 2004 के चुनाव में सिंह को जीत तो मिली थी, लेकिन उन्होंने इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव पर लड़ा था। इसके अगले चुनाव में भी वह बीजेपी के टिकट पर लड़े और इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के नारायण सिंह ने उन्हें मात दी. इस सीट पर कांग्रेस को 6 बार जीत मिली है और बीजेपी को 3 बार। ऐसे में देखा जाए तो इस सीट पर कांग्रेस का ही दबदबा रहा है। राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं। चचौड़ा, ब्यावरा, सारंगपुर, राघोगढ़, राजगढ़, सुसनेर, नरसिंहगढ़ और खिलचीपुर यहां की विधानसभा सीटें हैं। इन 8 सीटों में से 5 पर कांग्रेस और 2 पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि 1 सीट पर निर्दलीय विधायक है।