एमपी बोर्ड(mp board) के दसवीं(10th) के छात्रों (students)के लिए बुरी खबर है। भले ही प्रदेश की शिवराज सरकार (shivraj sarkar)ने बचे हुए दो पेपर को निरस्त कर जनरल प्रमोशन(general promotion) देने का ऐलान किया है लेकिन इससे विद्यार्थियों को बेस्ट ऑफ फाइव योजना(best of five schems) का लाभ नहीं मिलेगा। हर साल प्रदेश के करीब 1 लाख विद्यार्थी को बेस्ट ऑफ फाइव के तहत पास किया जाता था, लेकिन इस बार इसका लाभ किसी को नही मिलेगा।
दरअसल, मंडल ने 2016-17 की बोर्ड परीक्षा से इस योजना को लागू किया था। इसके तहत 10वीं में छह विषयों में से सिर्फ पांच में ही पास होना अनिवार्य है। यदि विद्यार्थी एक पेपर में फेल हो जाता है तो उसे पास माना जाएगा।लेकिन कोरोना संकट काल के चलते 21 मार्च को सभी परीक्षाएं स्थगित हो गई गईं थी, जिसमें करीब साढ़े 19 लाख विद्यार्थी शामिल होने थे और शासन ने बचे दो पेपरों में सभी को पास करने की घोषणा की है। ऐसे में विद्यार्थियों को बेस्ट ऑफ फाइव योजना का लाभ मिलना संभव नही।खास बात ये है कि अधिकतर विद्यार्थी गणित या विज्ञान विषय में फेल होते थे, जिन्हें बेस्ट ऑफ फाइव के तहत पास किया जाता था, लेकिन इस बार जनरल प्रमोशन मिलने के चलते इसका लाभ मिलना संभव नही।
बता दे कि हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज ने ऐलान किया था कि 21 मार्च से दसवीं के स्थगित पेपर को लेकर फैसला लिया गया है कि अब स्थगित पेपर नहीं लिए जाएंगे. जो पेपर बाकी रह गए हैं उनकी परीक्षाएं अब आयोजित नहीं की जाएंगी। दसवीं के जो पेपर हो चुके हैं उन्हीं पेपर की परफॉर्मेंस यानी नंबर के आधार पर बाकी के पेपर में नंबर दिए जाएंगे और रिजल्ट उनके नंबर के आधार पर तैयार किया जाएगा, जो पेपर नहीं हो सके हैं उनके आगे पास लिखा जाएगा।