MP BOARD : नई शिक्षा नीति लागू, 7 सितंबर से ऑनलाइन क्लासेस, होम असाइनमेंट अनिवार्य

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संकटकाल (Corona Era) में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई खराब ना हो इसके लिए नई शिक्षा नीति (New education policy)लागू कर दी गई है। शुक्रवार देर रात माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) मध्यप्रदेश के सचिव ने इस संबंध में आदेश जारी किए है। इसके तहत 7 सितंबर से 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों का ऑनलाइन शिक्षण सत्र (Online learning session) होगी। इसके लिए छात्रों (Students) को माशिमं का एप डाउनलोड करना होगा।

नई नीति के अनुसार इसके तहत पूरा कोर्स 10 यूनिट में बांटकर एक यूनिट को 15 दिन में खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है, इसके बाद प्रत्येक यूनिट का बोर्ड द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा।खास बात ये है कि विद्यार्थियों का ये मूल्यांकन ओपन बुक के तहत होगा, जिसे वे कहीं से कभी भी दे सकते हैं। माशिमं ने हाईस्कूल और हाई सेकेंडरी विद्यालय, विद्यार्थी एवं शिक्षकों के लिए माशिमं नाम से एप तैयार करवाया है। इसमें सभी को नामांकन करना अनिवार्य है। इसके माध्यम से ही परीक्षा आवेदन पत्र भरना, शुल्क जमा करना, होम असाइनमेंट और प्राप्तांक दिए जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए मंडल की वेबसाइट www.mpbse.nic.in पर भी प्राप्त की जा सकती है।
इतना ही नही ऑनलाइन एसेसमेंट (Online assessment) के कारण अब शिक्षकों की लापरवाही भी नहीं चल पाएगी। उन्हें विषय काे अच्छे से पढ़ना होगा। एसेसमेंट गलत होने पर उन पर गाज गिर सकती है।

ऐसे तैयार होगा रिजल्ट
पूरा पेपर 100 अंक का होगा,जिसे बच्चा एप पर खुद डाउनलोड करके घर पर ही ओपन बुक करके हल कर सकेगा। अगर कोई बच्चा पेपर समय पर नहीं कर पाया तो उसे एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। दूसरे सप्ताह में उसे दूसरा चैप्टर भी तैयार करके उसका पेपर भी देना होगा। यानि एक सप्ताह छूटने पर दूसरे सप्ताह दो पेपर देना पड़ेंगे। इसके बाद भी वो पेपर नहीं देता है तो बोर्ड से नामांकन समाप्त कर दिया जाएगा। 10 नंबर के पेपर में 30 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न, 3 अंक के 10 प्रश्न और 4 अंक के 10 प्रश्न होंगे। इसमें 70 अंक स्कूल द्वारा आंतरिक मूल्यांकन कर भेजे जाएंगे और 30 अंक के लिए बोर्ड परीक्षा लेगा। इसके आधार पर रिजल्ट तैयार होगा।-उपरोक्त व्यवस्था कक्षा 9 से12 के लिए लागू होगी, जिससे अब शिक्षण व्यवस्था एवं मूल्यांकन में शिक्षक एवं विद्यालय की भूमिका मजबूत होगी।

30 सितंबर तक हो सकेंगे एडमिशन
ध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) ने नियमित विद्यार्थियों की प्रवेश तिथि आगे बढ़ा दी है। एमपी बोर्ड से संबद्धता प्राप्त संस्थाओं में नियमित विद्यार्थियों (Students) के प्रवेश की तिथि (Admission Last Date) बढ़ाकर 30 सितम्बर कर दी गई है। सोमवार को मंडल ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर दिए है।माध्यमिक शिक्षा मंडल से संबद्धता प्राप्त स्कूल अपने विद्यालय में 30​ सितंबर 2020 तक नियमित विद्यार्थियों के प्रवेश की कार्यवाही पूर्ण कर सकते है।

नई नीती पर आज चर्चा करेंगे शिक्षा मंत्री

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शिक्षक दिवस 5 सितम्बर को दोपहर एक बजे से प्रदेश के प्राध्यापकों से वेबिनार के जरिये उच्च शिक्षा की चुनौतियों के साथ नई शिक्षा नीति को लेकर भी प्राध्यापकों से बात करेंगे। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ आत्मनिर्भरता, कौशल विकास, भारतीय मूल्यों और आदर्शों जैसे कई बहुउपयोगी विषयों का समावेश किया गया है।

नई नीती की खास बातें-
– दिनॉक दिनोंक 07.09.2020 से ऑनलाईन शिक्षा सत्र प्रारंभ किया जा रहा है।
-सुबह 07 बजे से 10 बजे तक दूरदर्शन पर पाठ्यसामग्री, आडियो-विजुअल लेशन का प्रसारण कक्षावार किया जाएगा।
-होम असाइनमेंट (गृह कार्य) के माध्यम से छात्रों का सतत मूल्यांकन किया जायेगा।
-होम असाईनमेंट करना सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगा जो छात्र होम असाईनमेंट नहीं करेंगे वह आगे नहीं जा पाएँगे।
-होम असाईनमेंट हेतु प्रत्येक विषय को 10 यूनिट में बॉटकर प्रत्येक यूनिट के बाद होम असाईनमेंट प्रदाय किया जायेगा।
-होम असाईनमेंट छात्रों को माशिम ऐप/पोर्टल के माध्यम से सीधे प्राप्त होंगे।
-माशिम द्वारा “माशिम” ऐप तैयार किया गया है जिसमें प्रत्येक हाईस्कूल एवं हायरसेकण्डरी विद्यालय/विद्यार्थी एवं शिक्षकों को अपना नामांकन कराना अनिवार्य होगा।
-ऐप के माध्यम से नामांकन/परीक्षा आवेदन पत्र भरना/शुल्क जमा करना/होम असाईनमेंट प्राप्त करना, होम असाईनमेंट के प्राप्तांको को अपलोड करने आदि की सुविधाएँ प्रदान की गई हैं ।

-इसके अतिरिक्त मंडल के ऐप “माशिम” एवं पोर्टल पर पठन-पाठन सामग्री यथा पुस्तक एवं आडियो-वीडियो के माध्यम से लेशन भी उपलब्ध होंगे।

 

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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