दरअसस, लॉकडाउन-3 की अवधि 17 मई को खत्म होने के चलते माना जा रहा है कि दस दिन के अंतराल के बाद जून के पहले सप्ताह में परीक्षाएं ली जा सकती है। मंडल के अधिकारियों ने भी संकेत दिए है कि लॉकडाउन खत्म होने के 10 दिन बाद परीक्षा ली जाएगी।जून के दूसरे सप्ताह से मूल्यांकल सहित विभिन्न व्यवस्थाओं में लगभग 20 से 25 दिन लगेंगे। ऐसे में अब इन कक्षाओं का रिजल्ट जारी होने में भी देरी हो रही है। संभावना जताई जा रही है कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी माशिंम इन कक्षाओं का रिजल्ट जुलाई के पहले सप्ताह तक ही जारी कर सकेगा।
वही सोशल डिस्टेंसिग को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए मंडल पर अतिरिक्त भार भी पड़ेगा। हालांकि, इस संबंध में अभी मंडल ने कोई निर्णय नहीं लिया है। ज्ञात हो कि प्रदेश भर से साढ़े 19 लाख विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं। इसके लिए करीब 4 हजार परीक्षा केंद्र बने हैं।
कॉपियों के मूल्याकंन का काम पूरा
इधर कॉपियों के मूल्यांकन का काम पूरा हो गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए माध्यमिक शिक्षक मंडल बोर्ड भोपाल द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शिक्षकों से घर पर ही करवाया गया था।बोर्ड परीक्षा परिणाम में देरी न हो, इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा प्रथम चरण के मूल्यांकन को लेकर नए निर्देश दिए थे । मूल्यांकन का काम 23 अप्रैल से शुरू हुआ था और इसके लिए दस दिन का समय भी दिया गया था जो अब पूरा हो गया है। समय सीमा के भीतर कार्य पूरा कर कॉपियां मॉडल स्कूल स्थित मूल्यांकन केंद्र में पहुचेंगी। मूल्यांकन केंद्र में नोडल अधिकारियों के सामने कॉपियों पर नम्बर दिए जाएंगे।बता दे कि शिक्षकों द्वारा भले ही घर पर कॉपियां चेक की गई है लेकिन परीक्षा की गोपनीयत बनाए रखने के लिए उन्हें स्टीकर लगी हुई कॉपियां दी गई थी। इस वजह से वे कॉपी में विद्यार्थी का रोल नंबर नहीं देख पाए। इतना ही नहीं अब शिक्षकों को उस विषय के नंबर मूल्यांकन केंद्र पर डिप्टी हेड के सामने भरना होंगे। किसी काॅपी के स्टीकर से छेड़छाड़ दिखाई देगी तो संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई हाेगी। केंद्र से शिक्षक बड़े बोरियों में कॉपियों के बंडल रखकर ले गए थे।
ये पेपर होना है बाकी
12वीं के ये पेपर शेष : बायोलॉजी, अर्थशास्त्र, हायर मैथेमेटिक्स, राजनीतिशास्त्र, भूगोल, शारीरिक शिक्षा, भूगोल, बुक कीपिंग एवं अकाउंटेंसी
– 10वीं के ये पेपर शेष : विशिष्ट भाषा, द्वितीय व तृतीय भाषा सामान्य हिंदी
गौरतलब है कि एमपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 02 और 03 मार्च से शुरू हुई थी।19 मार्च तक पेपर हो सके थे। कोरोना वायरस के चलते 21 मार्च से होने वाले सारे पेपर अब तक स्थगित है। मूल्यांकन कार्य में देरी होने के चलते घरों से ही मूल्यांकन कार्य शुरू कराने का फैसला एमपी बोर्ड ने लिया था । 10वीं के जहां 2 पेपर रह गए थे, वहीं 12वीं के 4 से 5 विषयों की परीक्षाएं नहीं हो पाई थी। इसके बाद बोर्ड ने केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा लेने की घोषणा की।