भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) ने बची हुई 13 सीटों पर प्रत्याशियों (Candidates) के नाम तय कर लिए हैं। इन सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा जल्द होने के आसार हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ (MP Congress President Kamal Nath) गुरुवार को दिल्ली (Delhi) रवाना हो गए हैं। सूत्रों का कहना है कि वें वहां पार्टी हाईकमान से मुलाकात कर बची हुई सीटों पर प्रत्याशियों के नाम और उप चुनाव की तैयारी पर चर्चा करेंगे। पार्टी हाईकमान की हरी झंडी मिलते ही प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा।कमलनाथ 26 सितंबर को भोपाल वापस आएंगे।
दरअसल किसी तरह का जोखिम नहीं उठाते हुए कांग्रेसी एक-एक सीट पर प्रत्याशी का चयन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर कर रही है। अभी जिन 13 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जाने हैं उनमें कुछ सीट उलझी हुई है, पार्टी में दमदार नेता नहीं होने के कारण कांग्रेस कुछ सीटों पर बाहरी नेताओं को चुनाव मैदान में उतारने जा रही है। इसमें सुर्खी, ग्वालियर पूर्व जैसे सीट शामिल है। सुत्रों की माने तो जौरा से पंकज उपाध्याय, सुमावली से अजब सिंह कुशवाह, मुरैना से राकेश मावई, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार, पोहरी से हरि बल्लभ शुक्ला, मुंगावली से बाई साहब यादव,सुरखी से पारुल साहू, मांधाता से नारायण सिंह तोमर, सुवासरा से राकेश पाटीदार के नामों की चर्चा है , हालांकि फाइनल लिस्ट दिल्ली से तय होना है। वही मेहगांव सीट पर हेमंत कटारे, चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी और राहुल लोधी , बदनावर सीट पर पेंच ,बड़ा मलहरा पर पैनल में 3 नाम अजय यादव, दिनेश यादव, तिलक लोधी चर्चा में बने हुए है। हाल ही में कांग्रेस विधायक के निधन से खाली हुई ब्यावरा सीट पर भी नाम तय नहीं हो सका है।खबर है कि कांग्रेस पार्टी ने सर्वे रिपोर्ट के आधार पर 09 सीटों पर नाम फाइनल कर दिए हैं, एकमात्र सीट राजगढ़ ब्यावरा की है जिस पर दिग्विजय सिंह के साथ कमलनाथ दिल्ली में मशवरा कर नाम फाइनल करेंगे।
इन सीटों पर होना है ऐलान
15 प्रत्याशियों के ऐलान के बाद अब पार्टी के सामने 12 बची हुई सीटों जौरा, सुमावली, मुरैना, मेहगांव, ग्वालियर पूर्व, पोहरी, मुंगावली, सुरखी, बदनावर, मांधाता, सुवासरा और बड़ा मलहरा पर प्रत्याशियों के नामों को तय करना है।
दलबदलुओ को फिर मिल सकता है मौका, इनके नामों की चर्चा
पहले लिस्ट की तरह दूसरी में भी दल बदलुओ को टिकट देने की अटकलें तेज है। माना जा रहा है कि कांग्रेस दूसरी लिस्ट में भाजपा छोडकर कांग्रेस में शामिल हुए सतीश सिकरवार और पारुल साहू को मौका दे सकती है,पहली लिस्ट में प्रेमचंद गुड्डू, केएल अग्रवाल और बसपा के कई नेताओं को उम्मीदवार बनाया गया है, ऐसे में बगावत के सूर फूटने की पूरी संभावना है।चुंकी कांग्रेस पार्टी की पहली सूची के विरोध होने के बाद दूसरी सूची को लेकर दावेदारों की धड़कनें तेज हो गई हैं।हालांकि इस बार कांग्रेस कोई रिस्क नही लेना चाहती ,इसलिए सर्वे के आधार पर टिकिट बांट रही है,कांग्रेस द्वारा नामों को तय करने के लिए पार्टी के स्थानीय नेताओं के फीडबैक लेने से लेकर मैदानी स्तर पर सर्वे भी कराए गए है, ऐसे में जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट मिलना तय माना जा रहा है। हालांकि ग्वालियर पूर्व सीट को लेकर खींचतान भी जारी है। यहां मुख्य रूप से सतीश सिकरवार(Satish sikarwar), राकेश चौहान(Rakesh chauhan), और ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya scindia) के समर्थक रहे देवेंद्र शर्मा की दावेदारी बताई जा रही है। दूसरी तरफ चर्चा ये भी तेज है कि कांग्रेस जो दूसरी सूची लाएगी, उसमें भी बाहरी नेताओं को मौका दिया जाएगा। इनमें सुमावली से बहुजन समाज पार्टी से आए अजय सिंह कुशवाह या बलवीर सिंह डंडौतिया में से किसी एक को टिकट मिल सकता है।वही शुक्रवार को पार्टी में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुई पूर्व विधायक पारुल साहू (Parul Sahu) को भी सुरखी से टिकट मिलना तय माना जा रहा है।
पहले लिस्ट के जारी होने का बाद बगावत के सुर तेज
कांग्रेस द्वारा पहले लिस्ट जारी करते ही विरोध शुरु हो गया है। स्थानीय नेता और मजबूत दावेदारों को नजरअंदाज कर दलबदलुओ को टिकट देने का पुरजोर विरोध किया जा रहा है। 15 घोषित प्रत्याशियों में से गोहद से मेवाराम जाटव, सांची सीट पर मदन लाल चौधरी ,ग्वालियर से सुनील शर्मा को उम्मीदवार बनाए जाने पर कांग्रेसी कार्यकर्ता नाराज हैं। डबरा से सुरेश राजे को उम्मीदवार बनाने पर सत्य प्रकाश परसेडिया ने मोर्चा खोल दिया है। वही भांडेर से फूल सिंह बरैया को टिकट देने पर पूर्व मंत्री महेन्द्र बौद्ध नाराज हो गए है औऱ उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। आगामी दिनों में दूसरी लिस्ट के जारी होने के बाद भी अतंर्कलह और अंसतोष के साथ बगावती तेवर देखने को मिल सकते है।
भाजपा की सूची का इंतजार
आम तौर पर चुनाव में प्रत्याशियों को की घोषणा के इस मामले में भाजपा (BJP) कांग्रेस से आगे रहती है। लेकिन इस बार वह कांग्रेस से पिछड़ गई है। भाजपा ने अब तक एक भी सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।
हमारे तो प्रत्याशी घोषित ही हैं : सीएम
उप चुनाव में प्रत्याशियों की घोषणा के सवाल पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि हमारे तो प्रत्याशी घोषित ही हैं सब काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि एमपी की 28 सीटों पर उपचुनाव होना है। 25 सीटे सिंधिया समर्थकों और पूर्व विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई है।वही तीन सीटे विधायकों के निधन के बाद खाली हुई है।इस बार का चुनाव दोनों ही दलों के लिए महत्वपूर्व माना जा रहा है, जहां भाजपा के लिए सरकार बचाना चुनौती है वही कांग्रेस के लिए कमबैक करना। वर्तमान में 230 सदस्यों वाली विधानसभा में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं है, BJP को पूर्ण बहुमत के लिए जहां 9 विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज करनी है, वहीं कांग्रेस को सभी 28 स्थानों पर जीत हासिल करनी होगी, तभी उसे पूर्ण बहुमत हासिल हो पाएगा।