पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्धन (Former minister and Congress MLA Jayawardhan) के ट्वीट पर नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि दिल की बात जयवर्धन के ज़ुबान पर आ गई है । जब कोई कुछ नही कहेगा तो यही होगा। घर मे ही एक-दूसरे पर कविता लिखेंगे, लेकिन उसमें ‘दमन’ शब्द का अर्थ समझ से परे ,की कौन किस पर दमन कर रहा है, कही दिल की बात जयवर्धन के ज़ुबान पर तो नही गई।
कांग्रेस की वायरल लिस्ट पर पर चुटकी
कांग्रेस (Congress) की सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूची को लेकर कहा कि जनमुझकर वायरल कर देते है, ताकि फीड बेक मिल जाए । फाइनल लिस्ट में यही नाम होंगे, वैसे भी उनके पर अब लोग बचे नही है ।वायरल सूची में जो नाम है वही देखना फाइनल में लगभग नाम होंगे। वैसे भी यह कांग्रेस का मामला है वो किसी टिकट दे या ना दे। चुंकी उनके पास कोई व्यक्ति तो नहीं बचा है।उपचुनाव में कांग्रेस किसे टिकट दें या न दें, यह उन का आंतरिक मामला है। लेकिन सच यह है कि कांग्रेस के पास अब मैदान में उतारने के लिए उम्मीदवार ही नहीं बचे हैं। ग्वालियर-चंबल में कांग्रेस का सूरज अब अस्ताचल की ओर है।
कांग्रेस को कोई अधिकार नही
कांग्रेस द्वारा शासन के चावल की गुणवत्ता पर उठाए जा रहे सवालों पर कहा की कांग्रेस को किसी भी तरह का कोई आरोप लगाने का अधिकार ही नही है, क्योकिं वे जनता के बीच जाते ही नहीं है, पूरे कोरोना काल में कमलनाथ जी कहां दिखे ये बताना।कोई सा एक वचन निभाया हो ये बताओ। यहां तक की बाढ़ में कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता नहीं दिखा , बाढ़ की हालत में भी किसानों के बीच कोई नेता नही पहुंचा, हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दौरा किया है और अभी भी कर रहे है।वोट के लिए सिर्फ BJP को कोसने के बजाए कांग्रेस को जनता की सेवा भी करनी चाहिए।
कोरोना को लेकर जनता से अपील
कोविड को लेकर डॉ नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि कोविड का इलाज सिर्फ सावधानी है, समाज से अपील कोविड के मरीज से घृणा न करें। निरंतर मीडिया के माध्यम से यही प्रार्थना है कोई भी संक्रमित हो तो तुरंत उसका इलाज कराए तथा समाज से अपील है अछूत की दृष्टि से ना देखें।
बीजेपी की दिल्ली में बैठक
मंगलवार को दिल्ली में हाईकमान के साथ हुई बीजेपी की बैठक को लेकर कहा कि यह सतत प्रक्रिया है, छोटे कार्यकर्ता भी उनसे मिल सकता है , संगठन उपचुनाव को लेकर भी चर्चा हुई । भारतीय जनता पार्टी में संगठन की प्रक्रिया होती है, संगठन की समीक्षा संगठन का काम आने वाले उप चुनाव पर चर्चा यही मूल विषय है।