भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
चुनाव आयोग (Election commission) ने एमपी (MadhyPradesh) के 27 सीटों पर होने वाले तारीखों का भले ही ऐलान ना किया हो लेकिन सियासी गलियारों में हलचल का दौर जारी है। इसी कड़ी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Former Union Minister and BJP’s Rajya Sabha MP Jyotiraditya Scindia) 17 अगस्त को मध्यप्रदेश आ रहे है, इस दौरान वे भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन (BJP general secretary Kailash Vijayvargiya and former MP of Indore Sumitra Mahajan) समेत कई भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करेंगे।इससे पहले सिंधिया ने देवास और आगर-मालवा में चुनावी सभा को संबोधित किया था। इधर सिंधिया के दौरे से पहले सांवेर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में तीन हजार फर्जी नामों को लेकर आयोग के अधिकारीयों को कानूनी नोटिस भेजा गया है। सिंधिया के दौरे से जहां बीजेपी के अंदरखानों में हलचल है वही कांग्रेस की भी धड़कने तेज हो चली है।
उपचुनाव (MP BYE Election) के पहले सिंधिया के इस दौरे के कई सियासी मायने निकाले जा रहे है।इस दौरे के दौरान सिंधिया एक के बाद एक भाजपा के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करेंगे। अपने प्रवास के दौरान इंदौर और उज्जैन में वे कई भाजपा नेताओं से उनके घर जाकर मुलाकात करेंगे। इनमें पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन (ताई) और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (भाई) भी शामिल है। खास बात ये है कि मालवा निमाड की सात सीटों का जिम्मा कैलाश विजयवर्गीय को दिया गया है, इनमें बदनावर और सांवेर सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए बेहद अहम है, खासतौर पर सांवेर को जीतना ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है क्योंकि उनके खास तुलसी सिलावट यहां से बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार होंगे। इसलिए सिंधिया की कैलाश से मुलाकात से पहले सियासी हलचल तेज हो चली है।
वही सिंधिया के इस दौरे को सांवेर विधानसभा क्षेत्र में बीते कई दिनों से चल रही गतिविधियों से जोड़कर देखा जा रहा है।इसके साथ ही पिछले दिनों जिस तरीके से मंत्रिमंडल विस्तार हुआ मालवा के कई नेताओं को तवज्जों नहीं मिली उसे देखते हुए भी ये दौरा काफी अहम कहा जा सकता है। सुत्रों की माने तो सिंधिया का यह दौरा भाजपा नेताओं को मनाने की कवायद है, ताकी उपचुनाव में कोई नुकसान ना हो।चुंकी मंत्रिमंडल मंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे के बाद से ही भाजपा में असंतोष का माहौल है, नेताओं में सिंधिया समर्थकों को आगे कर उनकी उपेक्षा करने जैसे भावना पनप रही है। इसके पहले जुलाई दौरे के दौरान सिंधिया ने आगर मालवा और देवास जिले (Agar Malwa and Dewas districts) में चुनावी सभा को संबोधित किया था और इस दौरान वे बीजेपी की फायर ब्रिगेड नेत्री उमा भारती के घर भी आर्शीवाद लेने पहुंचे थे।इसे भी उमा की नाराजगी से जोड़कर देखा गया था, ऐसे में एक बार फिर सिंधिया का मप्र दौरा सियासी गलियारों में हलचल पैदा किए हुए है।
ऐसा रहेगा सिंधिया का कार्यक्रम
तय कार्यक्रम के अनुसार, सिंधिया 17 अगस्त को सुबह 11.40 पर दिल्ली से उड़ान भरकर दोपहर 1.05 पर इंदौर पहुंचेंगे। यहां से वे सीधे महू से भाजपा विधायक और शिवराज सरकार में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर के घर जाकर उनसे मुलाकात करेंगे। इसके बाद वे सड़क मार्ग से उज्जैन जाएंगे और भाजपा सांसद अनिल फिरोजिया से मिलेंगे। इसके बाद वे मप्र सरकार के मंत्री मोहन यादव ,भाजपा नेता पारस जैन और शिवा कोटवाणी से मिलने उनके घर जाएंगे। इसी दिन शाम को रामघाट पर महाकाल की शाही सवारी का पूजन कर वे इंदौर लौटेंगे।इंदौर में वे भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर-2 से विधायक रमेश मेंदोला, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और वर्तमान इंदौर सांसद शंकर लालवानी से उनके घर पर जाकर मिलेंगे। रात को होटल मैरियट में रुकने के बाद अगले दिन (18 अगस्त) सुबह दिल्ली लौट जाएंगे।