मध्यप्रदेश (madhypradesh) में दक्षिण-पश्चिम मानसून (monsoon) ने मंगलवार को इंदौर-होशंगाबाद के बाद भोपाल में एंट्री की। सात साल के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब मानसून तय समय से 4 दिन पहले भोपाल संभाग के सीहोर रायसेन जिले में भी पहुंचा। पिछले चौबीस घंटो में प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग (weather department) ने अगले चौबीस घंटों में कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग का कहना है कि कोई वेदर सिस्टम नहीं बनने के कारण फिलहाल तीन दिन तक अच्छी बरसात होने की संभावना कम है। हालांकि प्रदेश में अगले 8 दिनों तक लगातार बारिश का दौर जारी रहेगा। लेकिन 19 जून को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है,जिसके बाद 20 जून से बारिश तेजी से होगी। इस बार मध्यप्रदेश में सामान्य से 96 या 104 फ़ीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना है। जून से सितंबर तक सामान्य यानी बारिश के कोटे से 9 फ़ीसदी कम या ज्यादा बारिश हो सकती है। इसका आकलन जून के बाद ही किया जाएगा।
मौसम विभाग का कहना है कि जून में अब तक 75.7 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जून महीने में मध्य प्रदेश के 38 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज हुई है। भोपाल सिटी 7.6 मिली मीटर, सीधी 10.8 मिली मीटर, रायसेन 8.6 मिली मीटर,भोपाल 3.4 मिली मीटर, होशंगाबाद 5.6 मिली मीटर, इंदौर 1.9 मिली मीटर, रतलाम 19 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है।