MP School : सरकार की सख्ती, गैर शिक्षकीय कार्य में लगाये गये शिक्षकों को स्कूलों में वापस भेजने के निर्देश, उल्लंघन पर होगा एक्शन

आदेश दिया जाता है कि गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त कर उन्हें उनके मूल स्थापना (स्कूल ) में भेजें , जिससे शिक्षण कार्य सुचारू रूप से जारी कराएँ, इस आदेश का उल्लंघन करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Atul Saxena
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MP School :  लोक शिक्षण संचालनालय ने एक बार फिर सख्त आदेश निकालते हुए निर्देश दिए हैं कि गैर शिक्षकीय कार्यों में लगे शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर उन्हें उनके मूल स्थापना वाले स्थान यानि स्कूलों में वापस किया जाये जिससे स्कूलों का काम सही तरीके से हो सके, निर्देश में कहा गया है कि भविष्य में कभी किसी शिक्षक को गैर शिक्षकीय कार्य में न लगाये जाये, आदेश का उल्लंघन करने वाले अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

फिर सख्त हुई सरकार, शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य में नहीं लगाने के आदेश 

नए शिक्षण सत्र में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर प्रदेश सरकार ने  कहा है कि शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य में लगाया तो उस अधिकारी की खैर नहीं, लोक शिक्षण संचालनालय ने इसी आशय का पत्र आज एक बार फिर जारी किया जिसमें सभी जिलों के कलेक्टर , सभी जिलों के जिला पंचायत सीईओ, सभी संभागीय संयुक्त संचालक और सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी किया है।

लोक शिक्षण संच्लानालय का आदेश, गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों को वापस स्कूल भेजें 

पत्र में पिछले कई वर्षों में जारी आदेशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि किसी भी शिक्षक को गैर शिक्षकीय कार्य में लगाना प्रतिबंधित है बावजूद इसके ये देखने में आ रहा है कि ऐसा हो रहा है इसलिए आदेश दिया जाता है कि गैर शिक्षकीय कार्य में लगे शिक्षकों को तत्काल कार्यमुक्त कर उन्हें उनके मूल स्थापना (स्कूल ) में भेजें , जिससे शिक्षण कार्य सुचारू रूप से जारी कराएँ, इस आदेश का उल्लंघन करने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

MP School : सरकार की सख्ती, गैर शिक्षकीय कार्य में लगाये गये शिक्षकों को स्कूलों में वापस भेजने के निर्देश, उल्लंघन पर होगा एक्शन


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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