“अखियां नई नीति की प्यासी”, नई शराब पॉलिसी के इंतजार में उमा भारती, फिर किये ट्वीट

Atul Saxena
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MP New Liquor Policy : शराब बंदी को लेकर आंदोलन चला रही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti liquor ban movement) लगातार ट्वीट कर समर्थन तो जुटा ही रही हैं साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी सवाल जवाब कर रही हैं, उमा भारती कई मौकों पर कह चुकी हैं कि वे हर हाल में मध्य प्रदेश को शराब मुक्त बनाकर रहेंगी उनका संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक एमपी में पूर्ण शराब बंदी(MP Liquor Ban)  नहीं हो जाती है।

उमा भारती (Former CM Uma Bharti) ने आज फिर 4 ट्वीट किये, उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) को संबोधित करते हुए लिखा – 21 जनवरी को शिवराज जी के साथ हुई मेरी मुलाकात में स्वयं शिवराज जी ने मुझे बताया कि 31 जनवरी को नई शराब नीति की घोषणा करेंगे क्योंकि यही नियम है। आज 31 जनवरी है, अब शायद ही आज कैबिनेट हो और शराब नीति घोषित हो यदि जनहित, महिलाओं की सुरक्षा, नौजवानों का भविष्य, उसको ध्यान में रखकर यह तारीख आगे बढ़ाई गई है तो यह बहुत स्वागत योग्य है। उमा भारती ने आगे ट्वीट में लिखा – लेकिन मुझे तो चिंता तब तक लगी रहेगी जब तक नीति सामने नहीं आ जाएगी क्योंकि मध्यप्रदेश में भय, असुरक्षा, बीमारियां सबका कारण मुख्य रूप से शराब बनती जा रही है। मैं एक अच्छे समाचार की प्रतीक्षा में हूँ।

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के कल 30 जनवरी को भी 7 ट्वीट किये जिसमें उन्होंने पार्टी में मिल रहे प्यार का जिक्र करते हुए उस बात का जिक्र भी किया जिसमें कुछ लोग उनके शराब बंदी आंदोलन में उनका फायदा देखने की बात करते हैं, भाजपा की कद्दावर नेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने लिखा – 27 साल में पहली बार सांसद बनने से लेकर 57 साल की उम्र तक 30 साल में भाजपा के इतने व्यापक एवं विशाल होने के संघर्ष में मुझे तो जैसे झौंक दिया गया । मुझे बहुत प्यार, सम्मान एवं पद मिले हैं । आज भी जब मैं भाजपा की संगठन की बैठकों में जाती हू तो वहाँ मौजूद सभी जो आदर एवं सम्मान मुझपर बरसाते हैं वह अद्वितीय एवं भगवान की कृपा है।

उन्होंने आगे लिखा – शराब नीति पर बदलाव के मेरे आग्रह से मैं कुछ पाना चाहती हू ऐसा कहने वाले लोग या दुनिया के सबसे बड़े मूर्ख हैं या शरारती हैं। किसी भी प्रकार के नशे के विरुद्ध अभियान हमारी पार्टी का हिस्सा है । फिर भी आपको याद होगा, मैंने ख़ुद ही सभी भाजपा के पदाधिकारी, सांसदों, विधायकों एवं मंत्रियों को आग्रह किया कि आप सार्वजनिक तौर पर इसका समर्थन या विरोध करने के बजाय अपनी मर्यादा में रहते हुए पार्टी की अंदरूनी बैठकों में ही इसकी चर्चा करिए।

इस अभियान में मेरे आसपास अराजनीतिक एवं सामाजिक लोग ही रह सकें यह मैंने ही तय किया है। इससे मुझे आज़ादी की साँस लेने की छूट मिलती है। भारत मेरा देश है, हिंदुत्व मेरी आस्था है, भाजपा मेरी पार्टी है, मोदी मेरे नेता हैं और यह तथ्य इस जीवन में नहीं बदलेंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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