भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के आरक्षण की प्रक्रिया राजधानी भोपाल के जल प्रबंधन संस्थान वाल्मी में की जा रही है। प्रदेश के 52 जिलों के जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को आरक्षण प्रक्रिया अपनाई गई है। जानकारी के अनुसार प्रदेश के 52 जिला पंचायतों में से अनुसूचित जाति के लिए 8, अनुसूचित जनजाति के लिए 14, ओबीसी के लिए 4 सीटें आरक्षित हैं, 26 जिला पंचायत अनारक्षित वर्ग के खाते में गई है। भोपाल में इस बार सिर्फ महिला ही जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकेगी। गौरतलब है कि प्रदेश के 317 नगरीय निकायों में चुनाव होना है, जिनमें 16 नगर निगम भी शामिल है, प्रदेश में 16 नगर निगम, 99 नगर पालिका और 298 नगर परिषद है।
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इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और देवास SC महिलाओं के लिए आरक्षित हुई है। 8 जिला पंचायत अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुए हैं। इनमें इंदौर, ग्वालियर, खंडवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, कटनी, रतलाम और देवास शामिल हैं। इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और देवास SC महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इंदौर में दूसरी बार सीट SC महिला के लिए रिजर्व हुई है, वही एसटी सीट– सिंगरौली, हरदा, नर्मदापुरम, जबलपुर, बुरहानपुर, रीवा, नरसिंहपुर, श्योपुर, सतना, मंडला, डिंडोरी, झाबुआ, बड़वानी, अलीराजपुर और वही इसके साथ ही एसटी ओपन-हरदा, जबलपुर, मंडला, सतना, बड़वानी, डिंडोरी, बुरहानपुर। एसटी महिला की 7 सीटों में नरसिंहपुर, रीवा, सिंगरौली, श्योपुर, झाबुआ, अलीराजपुर, नर्मदापुरम जिला शामिल है। 26 अनारक्षित सीट है, जिसमें से 13 महिलाओं के खाते में गई हैं। 13 अनारक्षित महिला सीट में भिंड, निवाडी, विदिशा, शहडोल, उमरिया, पन्ना, मुरैना, छतरपुर, सीधी, उज्जैन, अनूपपुर, टीकमगढ़, भोपाल जिले शामिल है। रिजर्वेशन प्रोसेस भोपाल के जल प्रबंधन संस्थान में पंचायती राज विभाग के संचालक आलोक कुमार सिंह ने पूरी कराई।