MP Suspended News, MP News : प्रदेश में अधिकारी पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है। इसी बीच एक बार फिर से 66 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश में वर्तमान में पांचवी और आठवीं बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य चल रहा है। हालांकि मूल्यांकन कार्य में शिक्षक रुचि नहीं ले रहे हैं जबकि मूल्यांकन कार्य 30 अप्रैल तक पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। कुछ समय पूर्व दसवी और बारहवीं बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य संयुक्त संचालक के निरीक्षण में किया जा रहा था। जिनमें तीन सौ से अधिक शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे।
कारण बताओ नोटिस जारी
वहीं अब जिला परियोजना समन्वयक द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में पांचवी और आठवीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य में भी 66 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं। इन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 3 दिन के अंदर जवाब की मांग की गई है।
होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई
कारण बताओ नोटिस में साफ लिखा हुआ है कि अगर कोई शिक्षक जवाब नहीं देगा तो उनके खिलाफ एक पक्षीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं डीपीसी ने अपने पत्र में कहा है कि 21 अप्रैल से मूल्यांकन कार्य जारी है लेकिन लगातार शिक्षक परीक्षा में मूल्यांकन कार्य जैसे कार्यों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। वही जो भी मूल्यांकन कार्य में गैरहाजिर पाए गए हैं, उनके इस आचरण की घोर लापरवाही के कारण उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षक संगठन का विरोध
भोपाल डीपीसी सीमा गुप्ता का कहना है कि मूल्यांकन केंद्रों का औचक निरीक्षण करने पर कई शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे। उन्हें नोटिस जारी किया गया है। वहीं शिक्षक संगठन इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि शिक्षकों को एक साथ कई कार्य मे लगा दिया गया है। जिसके कारण मूल कार्य नहीं कर पा रहे हैं। मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस के प्रांत अध्यक्ष सुभाष सक्सेना का कहना है कि मूल्यांकन कार्य ऑनलाइन किया जा रहा है कि शिक्षा कंप्यूटर चलाने में दक्ष नहीं हैं। इस कारण से परेशानी उठानी पड़ रही है।