बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ताओं को आने वाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने शुरू किये हैं, प्रदेश की सभी बिजली कम्पनियों ने स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है, बिजली कंपनी भी उपभोक्तओं को अफवाहों और भ्रांतियों से दूर रहकर स्मार्ट मीटर लगवाने की अपील कर रही है, कंपनी ने कहा है कि यदि कोई उपभोक्ता असंतुष्ट है तो वो चेक मीटर लगवा सकता है, कंपनी के की जगह चेक मीटर लगाये हैं और उसकी रीडिंग में कोई अंतर नहीं आया है।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पूरे कंपनी कार्यक्षेत्र में अब तक 3 लाख 52 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर स्थापित कर दिये गये हैं। स्मार्ट मीटर की स्थापना के दौरान कंपनी द्वारा पुराने मीटरों को बदला जा रहा है और उपभोक्ता परिसरों में नये स्मार्ट मीटर स्थापित किये जा रहे हैं। इस दौरान जो उपभोक्ता असंतुष्ट हैं उनके परिसरों में चेक मीटर भी स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि दोनों मीटरों की खपत का मिलान किया जा सके।
7 हजार से ज्यादा चेक मीटर लगा चुकी है कंपनी
कंपनी ने कहा है कि अभी तक कंपनी कार्यक्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर कुल 7 हजार 39 चेक मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। हालाकि जहां-जहां भी चेक मीटर लगाए गए हैं, वहां पर रीडिंग में कोई अंतर नहीं पाया गया है। सभी उपभोक्ता स्मार्ट मीटर की रीडिंग से संतुष्ट हैं।
इन शहरों में उपभोक्ताओं ने लगवाये चेक मीटर
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया कि उपभोक्ताओं की मांग पर अभी तक भोपाल शहर में 3219, भोपाल ग्रामीण में 14, बैतूल में 22, नर्मदापुरम में 112, रायसेन में 70, राजगढ़ में 01, सीहोर में 1048, विदिशा में 857, अशोक नगर में 17, भिण्ड में 26, ग्वालियर शहर में 561, दतिया में 31, गुना में 844, ग्वालियर ग्रामीण में 96, हरदा में 43, मुरैना में 50, श्योपुर में 22 और शिवपुरी में 6 चेक मीटर लगाए गए हैं। अभी तक स्मार्ट मीटर तथा चेक मीटर की रीडिंग में शत- प्रतिशत समानता पाई गई है।
स्मार्ट मीटर लगाने से पहले लैब में होती है टेस्टिंग
कंपनी ने कहा है कि स्मार्ट मीटर में बगैर किसी मानवीय हस्तक्षेप के स्वचलित तरीके से बिजली की खपत दर्ज होती है, जिसकी जानकारी उपभोक्ता किसी भी समय मोबाइल पर उपाय (UPay) एप के माध्यम से प्राप्त कर सकता है। उपभोक्ताओं के परिसर पर मीटर लगाने के पहले विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 100 प्रतिशत स्मार्ट मीटरों की एन.ए.बी.एल लैब में टेस्टिंग करवाई जा रही है।





