भोपाल। शहर में कहीं भी आग लगने की खबर मिलने पर फायर बिग्रेड की गाडियां जल्द से जल्द मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने का काम करती हैं| लेकिन अब गाडियों के साथ यह काम बाइके भी करेंगी| सुने में थोड़ा अटपटा लग रहा होगा लेकिन यह सच है| दरअसल आगजनी पर काबू पाने के लिए फायर बिग्रेड की गाडियों का इस्तेमाल किया जाता है| लेकिन प्रदेश के बड़े शहरों की संकरी गलियों में आगजनी पर काबू पाना ब्रिगेड की गाडियों से संभव नहीं हो पाता है| इसलिए अब ऐसी घटनों पर काबू पाने के लिए मोटर साइकिलों का उपयोग किया जा रहा है….अत्याधुनिक तकनीक से लेस ये वॉटर मिस्ट सिस्टम माउनटेन बाइकें गलियों में दो मजिलों तक आम पर काबू पाने में सक्षम है|
पुलिस अग्निशमन सेवा के द्वारा साल 2016 में उज्जैन सिहंस्थ के लिए ये मोटर साइकिलें खरीदी गई थीं|. सिहंस्थ के बाद अब इन मोटर साइकिलों को इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में गलियों में लगने वाली आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए लगाया गया है|
बाइक की खासियत
मोटर साइकिल पर दो फायर फाइटर सवार तैनात रहते हैं,…. बाइक में दो सिलेंडर लगे रहते हैं….. एक में फोम तो दूसरे में पानी भरा रहता है…. दोनों सिलेंडरों में फोम और पानी को मिक्स कर एयर प्रेशर से पाइप के माध्यम से आग पर छिड़काव किया जाता है…. इसका प्रेशर इतना रहता है कि कुछ ही समय में आग पर काबू पा लिया जाता है….इतना ही नहीं बाइक में इलेक्ट्रानिक अलार्म लगे रहते हैं ताकि मौके पर पहुंचने के लिए हार्न का प्रयोग किया जा सके|