संवेदनहीनता का फोटो शूट, पीड़ित का दुनिया से ‘चेक आउट’

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में सूदखोरी से तंग आकर जहर पीने वाले परिवार के चौथे सदस्य ने भी दम तोड़ दिया है। शनिवार को इस परिवार के संजीव जोशी को 2 लाख रू का चेक देते हुए विधायक कृष्णा गौर का फोटो वायरल (Photo Viral) हुआ था। कांग्रेस इस मामले में विधायक सहित दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग कर रही है।

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बबली गैन्ग की प्रताड़ना से तंग आकर भोपाल के जोशी परिवार ने दो दिन पहले जहर खा लिया था। 5 सदस्यों में से तीन की मौत हो चुकी थी। चौथे सदस्य संजीव जोशी से मिलने शनिवार को भोपाल की गोविंदपुरा से बीजेपी विधायक कृष्णा गौर पहुंची थी और और गंभीर अवस्था में अचेत पड़े संजीव जोशी के हाथ में चेक देते हुए विधायक कृष्णा गौर (BJP MLA Krishna Gaur) का एक फोटो शनिवार को जमकर वायरल हुआ था। इसे लेकर कृष्णा गौर की काफी आलोचना भी हुई थी कि ऐसे समय में जब व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है, विधायक जी क्रेडिट लेने के लिए उसे सहायता राशि दे रही है। रविवार की सुबह संजीव जोशी की भी मौत हो गई।

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अब कांग्रेस ने इस मामले में एक बार फिर बीजेपी विधायक पर हमला बोला है। प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा (Congress spokesperson Narendra Saluja) ने ट्वीट किया है कि “कर्ज के कारण जहर खाने वाले जिस बेसुध व्यक्ति को कल अस्पताल के आईसीयू में चेक देते हुए विधायक कृष्णा गौर और उनके समर्थकों ने जो फोटो सेशन किया था उसकी भी आज मृत्यु हो गई है। आईसीयू प्रोटोकॉल का उल्लंघन होने पर जिम्मेदार डॉक्टर, अस्पताल प्रबंधन, भाजपा नेताओं पर तत्काल प्रकरण दर्ज हो।” वहीं विधायक की ओर से तर्क दिया गया है कि सहायता राशि देते समय फोटो जाने का शासकीय नियम है जिसका पालन किया गया था।

https://twitter.com/NarendraSaluja/status/1464830821609590787

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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